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126वें जन्म दिवस पर याद किये गए शिक्षाविद पं. भगवानदीन दूबे

126वें जन्म दिवस पर याद किये गए शिक्षविद पं. भगवानदीन दूबे

प्रतापगढ़, 16 सितंबर 2024। भगवानदीन दूबे इंटरमीडिएट कॉलेज, पहाड़पुर में कॉलेज के संस्थापक स्वर्गीय पं. भगवानदीन दूबे जी का 126वां जन्म दिवस समारोह भव्यता और गरिमामय तरीके से मनाया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में केंद्र शासित प्रदेश लेह-लद्दाख के महामहिम उपराज्यपाल ब्रिगेडियर डॉ. बी.डी. मिश्रा उपस्थित रहे। उन्होंने दीप प्रज्वलित कर और मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके बाद उन्होंने कॉलेज में बनी स्व. पं. भगवानदीन दूबे की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की और नवनिर्मित भूगोल प्रयोगात्मक कक्ष का उद्घाटन भी किया।

वरिष्ठ शिक्षकों का सम्मान और पुस्तक विमोचन

समारोह के दौरान उपराज्यपाल डॉ. बी.डी. मिश्रा और जिलाधिकारी/विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष संजीव रंजन ने विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक विश्राम मिश्रा और संगीत शिक्षक प्रेमचंद्र त्रिपाठी को अंगवस्त्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर डॉ. मिश्रा ने विद्यालय के प्रवक्ता ज्ञान प्रकाश उपाध्याय द्वारा लिखित पुस्तक “पं. भगवानदीन दूबे: एक महान स्वप्न दृष्टा का जीवन दर्शन” का विमोचन भी किया। उन्होंने लेखक की पुस्तक की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह पुस्तक पं. भगवानदीन दूबे जी के जीवन और विचारों को एक नया आयाम देती है।

प्रतिभावान छात्रों का सम्मान

इस अवसर पर उपराज्यपाल की पत्नी नीलम मिश्रा और वरिष्ठ उपाध्यक्ष माला दूबे ने कक्षा 6 से कक्षा 12 तक के प्रतिभावान छात्रों को बैग, घड़ी आदि उपहार स्वरूप प्रदान किए। इसके अलावा मां नीलम सेवा संस्थान द्वारा भी छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र और धनराशि देकर सम्मानित किया गया।

उपराज्यपाल ने साझा किए युद्ध के अनुभव

अपने संबोधन में महामहिम उपराज्यपाल डॉ. बी.डी. मिश्रा ने कहा, “मैं अपने आप को बहुत ही भाग्यवान समझता हूं कि मुझे भारत माता की सेवा के लिए कई युद्धों में भाग लेने का मौका मिला।” उन्होंने 1962 के चीन युद्ध, 1965 के पाकिस्तान युद्ध और 1971 के बांग्लादेश युद्ध में अपनी भूमिका और अनुभवों को साझा किया। उन्होंने छात्रों से कहा कि ईश्वर ने जो हमें शरीर दिया है, उसे समाज की सेवा के लिए समर्पित करें और शिक्षा के क्षेत्र में कड़ी मेहनत करें।

पं. भगवानदीन दूबे के योगदान का स्मरण

डॉ. मिश्रा ने स्व. पं. भगवानदीन दूबे को एक अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त व्यक्ति बताते हुए कहा कि उन्होंने अपना जीवन समाज की सेवा, शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए समर्पित कर दिया। उनके द्वारा किए गए महान कार्यों को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने विद्यालय के अध्यापकों को विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने और विद्यालय में एनसीसी कैडेट संचालित करने की दिशा में कार्यवाही करने की सलाह दी।

महामानव थे भगवानदीन दूबे

जिलाधिकारी और विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष संजीव रंजन ने अपने संबोधन में कहा कि स्व. पं. भगवानदीन दूबे जी समकालीन दौर के विकास पुरुष थे। उनके द्वारा शिक्षा, स्वास्थ्य, संचार और परिवहन के क्षेत्र में किए गए कार्य समाज के लिए अनुकरणीय हैं। उन्होंने कहा कि विद्यालय को डिग्री कॉलेज का दर्जा दिलाने के लिए प्रयास जारी रहेगा।

कार्यक्रम का शानदार समापन

कार्यक्रम में पूर्व विधायक वृजेश मिश्र सौरभ, राजा अनिल प्रताप सिंह, अधिवक्ता ज्ञान प्रकाश शुक्ला और अरुण कुमार सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किए। समारोह में अतिथियों का स्वागत विद्यालय की छात्राओं ने सरस्वती वंदना और स्वागत गीत के साथ किया। प्रारंभ में उपराज्यपाल ने लोक निर्माण विभाग के गेस्ट हाउस में पहुंचकर मार्च पास्ट की सलामी ली। इस अवसर पर जिलाधिकारी संजीव रंजन, पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार और विद्यालय प्रबंधक नवीन कुमार दूबे सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

इस आयोजन ने भगवानदीन दूबे इंटरमीडिएट कॉलेज की गरिमा को एक नई ऊंचाई दी और पं. भगवानदीन दूबे जी के शिक्षा और समाज सेवा के प्रति समर्पण को एक बार फिर जीवंत किया।