नई दिल्ली, 19 सितंबर 2024: नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई), भारतीय उद्योग परिसंघ, और आईआरईडीए के सहयोग से 16-18 सितंबर 2024 को गुजरात के गांधीनगर में महात्मा मंदिर में 4वें ग्लोबल रीन्यूएबल एनर्जी इन्वेस्टमेंट मीट एंड एक्सपो (आरई-इन्वेस्ट) का आयोजन किया गया। इस इवेंट की थीम थी – “निवेश, नवाचार और प्रेरणा”। इस आयोजन का उद्घाटन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 सितंबर को किया।
प्रमुख वक्तव्य और परिणाम
केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री, प्रल्हाद जोशी ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की जलवायु कार्रवाई ने दुनिया को प्रेरित किया है। उन्होंने प्रधानमंत्री की नीतियों और प्रयासों के तहत सतत ऊर्जा के क्षेत्र में भारत की अग्रणी भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि नई सरकार के पहले 100 दिनों में ही कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं, जिनमें समुद्री पवन ऊर्जा के लिए व्यवहार्यता अंतर निधि और प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के तहत 3.5 लाख लाभार्थियों तक मुफ्त बिजली पहुंचाना शामिल है।
आरई-इन्वेस्ट 2024 के प्रमुख परिणाम
- राज्यों और संघ शासित प्रदेशों की प्रतिबद्धताएं: 2030 तक 540 गीगावाट अक्षय ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य।
- अक्षय ऊर्जा निर्माताओं की प्रतिबद्धताएं:
- 340 गीगावाट सौर मॉड्यूल क्षमता
- 240 गीगावाट सौर सेल क्षमता
- 22 गीगावाट पवन ऊर्जा क्षमता
- 10 गीगावाट इलेक्ट्रोलाइज़र क्षमता
- वित्तीय संस्थानों की प्रतिबद्धता: 2030 के लक्ष्य के लिए 386 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश।
- रोजगार सृजन: इन प्रतिबद्धताओं से 82 लाख लोगों के लिए रोजगार के अवसर उत्पन्न होने की उम्मीद है।
कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएं:
तीन दिवसीय इस कार्यक्रम में 363 कंपनियों ने भाग लिया, जो भारतीय और वैश्विक दोनों व्यवसायों का प्रतिनिधित्व करती थीं। साथ ही 816 बी2बी (बिजनेस टू बिजनेस) और 110 बी2जी (बिजनेस टू गवर्नमेंट) बैठकें आयोजित की गईं।
श्री जोशी ने गुजरात की नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में विशाल उपलब्धियों की सराहना की और इस महत्वपूर्ण आयोजन की सफलतापूर्वक मेजबानी के लिए गुजरात सरकार को धन्यवाद दिया। 4वां ग्लोबल रीन्यूएबल एनर्जी इन्वेस्टमेंट मीट एंड एक्सपो (आरई-इन्वेस्ट) भारत के सतत ऊर्जा के प्रति प्रतिबद्धता और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में निवेश, नवाचार, और प्रेरणा को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण मंच साबित हुआ है।