प्रतापगढ़, 7 सितंबर 2024। सर्वोदय सद्भावना संस्थान द्वारा पूर्व राज्यसभा सदस्य शिव प्रताप मिश्र बाबा की 23वीं पुण्यतिथि को सद्भावना दिवस के रूप में मनाया गया। यह आयोजन रामानुज आश्रम में वरिष्ठ कवि डॉ. संगम लाल त्रिपाठी ‘भंवर’ की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरूआत संस्थान के अध्यक्ष धर्माचार्य ओम प्रकाश पांडे अनिरुद्ध रामानुज दास ने बाबा मिश्रा के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर और माल्यार्पण से की।
इस अवसर पर बाबा मिश्रा के जीवन और योगदान को याद करते हुए धर्माचार्य ओम प्रकाश पांडे ने कहा, बाबा मिश्रा प्रतापगढ़ के गौरव थे। उनका जन्म एक पुरोहित परिवार में रामनगर ग्राम में हुआ था। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के चुनाव अभियान का अमेठी में संचालन किया और इलाहाबाद विश्वविद्यालय में पीला वस्त्र पहनकर और खड़ाऊं धारण कर अध्ययन करते थे, जिससे उन्हें ‘बाबा मिश्रा’ नाम से जाना जाने लगा।
उन्होंने आगे कहा कि बाबा मिश्रा की वाकपटुता और संगठनात्मक क्षमता से प्रभावित होकर तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने उन्हें आॅल इंडिया यूथ कांग्रेस कमेटी का संयोजक नियुक्त किया। उनके प्रति राजीव गांधी की वफादारी को देखते हुए उन्हें राज्यसभा सदस्य बनाया गया। बाबा मिश्रा ने प्रतापगढ़ के सभी राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं का सम्मान किया और दिल्ली आने पर उनके रहने-खाने की व्यवस्था भी की।
इस अवसर पर कवियों और साहित्यकारों ने रचनाओं के माध्यम से बाबा मिश्रा को श्रद्धांजलि अर्पित की और उन्हें दयालुता एवं करुणा की प्रतिमूर्ति बताया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ. श्याम शंकर शुक्ला ‘श्याम’, डॉ. शाहिदा अशोक अग्रहरि, और अन्य विशिष्ट अतिथियों का सम्मान अंगवस्त्रम प्रदान कर किया गया।
सम्मानित होने वाले साहित्यकारों में शेषनारायण दुबे ‘राही’, ओमप्रकाश ‘पंछी’, अर्चना सिंह आदि प्रमुख थे।
पुण्यतिथि के अवसर पर जिला महिला अस्पताल में संस्थान के सचिव विश्वम प्रकाश पांडे, डॉ. रीना प्रसाद (सीएमएस), डॉ. अवंतिका पांडे, डॉ. मधुरिमा, डॉ. राबिया, डॉ. विवेक पांडे और अन्य चिकित्सा कर्मियों ने मरीजों के बीच फल वितरित किए।
इसके अतिरिक्त, वकील परिषद में भी संस्थान द्वारा फल वितरण किया गया, जिसमें राजेश्वर त्रिपाठी, देवेंद्र ओझा, सुरेश त्रिपाठी, राधे कृष्ण त्रिपाठी, और अन्य अधिवक्ताओं ने बाबा मिश्रा को श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
कार्यक्रम का संचालन अधिवक्ता सुरेश नारायण ‘व्योम’ द्वारा किया गया। यह आयोजन बाबा मिश्रा की समाज के प्रति दयालुता और सेवाभाव को स्मरण करने और उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलने का संकल्प लेने का अवसर बना।