अमेठी, 10 सितंबर 2024। अमेठी में एसडीएम कोर्ट के पेशकार को सोमवार दोपहर एंटी करप्शन टीम ने रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई अमेठी तहसील के एसडीएम कोर्ट में की गई, जहां पेशकार योगेश श्रीवास्तव पर संग्रामपुर क्षेत्र के करनाईपुर गांव निवासी बुधिराम से बंटवारे के वाद में पक्ष में आदेश कराने के बदले रिश्वत मांगने का आरोप है। एंटी करप्शन टीम की इस कार्रवाई के बाद प्रशासनिक महकमे में खलबली मच गई है।
संग्रामपुर के बबुरी ठेंगहा निवासी बुधिराम बनाम राम करन का मामला एसडीएम न्यायालय में चल रहा था। पेशकार योगेश श्रीवास्तव ने वादी के पक्ष में तारीख जल्दी लगाकर स्टे खारिज कराने के लिए पांच हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी।
सोमवार, 9 सितंबर 2024 को, वादी को न्यायालय में पहुंचकर पेशकार को पांच हजार रुपये देने थे। इससे पहले, वादी के भतीजे ने अयोध्या की एंटी करप्शन टीम से रिश्वतखोरी की शिकायत कर दी थी।
एंटी करप्शन टीम, प्रभारी राय साहब द्विवेदी के नेतृत्व में सोमवार दोपहर करीब एक बजे एसडीएम न्यायालय पहुंची। जैसे ही पीड़ित ने पेशकार को पांच हजार रुपये दिए, टीम ने उसे रंगेहाथ पकड़ लिया और मुंशीगंज थाने लेकर चली गई।
अमेठी एसडीएम आशीष कुमार सिंह ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि पेशकार योगेश श्रीवास्तव को रिश्वत लेने के आरोप में एंटी करप्शन टीम ने गिरफ्तार किया है।
पीड़ित राम करन के भतीजे रविकांत उर्फ संतोष ने बताया कि उनके पड़ोसी कई वर्षों से उन्हें परेशान कर रहे थे। तीन बार अलग-अलग जगहों पर स्टे खारिज हो चुका था, लेकिन उन्हें बार-बार तंग किया जा रहा था। मकान की दूसरी मंजिल पर छत डालने से भी उन्हें रोका जा रहा था। कोई अधिकारी मामले का निस्तारण करने को तैयार नहीं था, और पेशकार लगातार एसडीएम के नाम पर रिश्वत मांगता रहा।