रायपुर, 6 जनवरी 2025। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की बर्बर हत्या के मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर को एसआईटी ने हैदराबाद से गिरफ्तार कर लिया है। बस्तर के आईजी पी. सुंदरराज ने गिरफ्तारी की पुष्टि की। सुरेश चंद्राकर, जो पेशे से ठेकेदार और कांग्रेस पार्टी का सदस्य है, को पत्रकार मुकेश की हत्या का मास्टरमाइंड माना जा रहा है।
33 वर्षीय पत्रकार मुकेश चंद्राकर ने एक भ्रष्टाचार का मामला उजागर किया था, जो सुरेश चंद्राकर से संबंधित था। यह खुलासा सुरेश को नागवार गुजरा और उसने हत्या की साजिश रची।
1 जनवरी 2025 को मुकेश अचानक लापता हो गए। 3 जनवरी को उनकी लाश बीजापुर के छतनपारा बस्ती में सुरेश की प्रॉपर्टी पर बने सेप्टिक टैंक से बरामद हुई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने सभी को झकझोर दिया। मुकेश के लीवर के 4 टुकड़े हो गए थे, 5 पसलियां टूटी थीं, सिर में 15 फ्रैक्चर थे, हार्ट फटा था, और गर्दन टूटी हुई थी। डॉक्टरों ने इसे बेहद हिंसक हत्या बताया।
हत्या के बाद सुरेश फरार हो गया था। उसकी तलाश के लिए एसआईटी का गठन किया गया, जिसने 200 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले और 300 मोबाइल नंबर्स ट्रैक किए। सुरेश हैदराबाद में अपने ड्राइवर के घर पर छिपा था। रविवार 5 जनवरी की देर रात उसे गिरफ्तार कर लिया गया। इससे पहले सुरेश के चार बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिए गए थे, और अवैध निर्माणों को ध्वस्त कर दिया गया था।
शुरुआती जांच में खुलासा हुआ कि डिनर के दौरान हुई बहस के बाद, सुरेश के भाई रितेश और सुपरवाइजर महेंद्र ने लोहे की रॉड से मुकेश पर हमला किया। फिर उसकी बॉडी को सेप्टिक टैंक में डालकर सीमेंट से सील कर दिया। तीसरा आरोपी दिनेश, टैंक को सील करने के दौरान निगरानी करता रहा। हत्या के बाद मुकेश का फोन और वारदात में इस्तेमाल रॉड नष्ट कर दिए गए।
सुरेश चंद्राकर से पूछताछ जारी है। उसकी पत्नी को भी कांकेर जिले में कस्टडी में लेकर जांच की जा रही है। इस घटना ने पूरे राज्य को झकझोर दिया है और पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।