इंदौर, 11 जनवरी 2025। प्लास्टिक और पैकेजिंग उद्योग के लिए एक ऐतिहासिक आयोजन, प्लास्ट पैक 2025 ने इंदौर के लाभगंगा ग्राउंड में उद्योग विशेषज्ञों, छात्रों और दर्शकों को आकर्षित किया। 9 से 12 जनवरी तक चलने वाले इस मेगा इवेंट में तकनीकी नवाचार, रोबोटिक्स, और पर्यावरण-अनुकूल प्रक्रियाओं ने उद्योग जगत के भविष्य की दिशा तय की।
कार्यक्रम का शुभारंभ मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने किया। पहले दिन तक 65,000 से अधिक रजिस्ट्रेशन दर्ज किए गए और अब तक 50,000 से अधिक लोगों ने इवेंट में भाग लिया। मुख्यमंत्री ने इस आयोजन की सराहना करते हुए इसे राज्य की औद्योगिक प्रगति के लिए अहम बताया।
दूसरे और तीसरे दिन लाइव मशीन प्रदर्शन और रोबोटिक्स जोन इवेंट के मुख्य आकर्षण बने। पिक एंड प्लेस रोबोट ने 2 सेकंड से कम समय में उत्पादों को सटीकता से संभाल कर श्रम लागत में कमी और गुणवत्ता बढ़ाने का प्रदर्शन किया।
एक अन्य रोबोट ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग कर दोषपूर्ण उत्पादों की पहचान की और उन्हें अलग किया। रीसाइक्लिंग जोन में प्लास्टिक कचरे के पुन: उपयोग के तरीकों ने पर्यावरण संरक्षण पर जोर दिया।
तीसरे दिन आयोजित रीसाइक्लिंग वर्कशॉप में दर्शकों को यह सिखाया गया कि घरेलू प्लास्टिक कचरे को कैसे अलग किया जाए और पुन: उपयोग किया जाए। इंडियन प्लास्ट पैक फोरम के अध्यक्ष सचिन बंसल ने कहा, उद्योग को मुनाफे के साथ-साथ पर्यावरण के प्रति भी जिम्मेदार होना चाहिए।
जॉब फेयर और इंटरएक्टिव सेमिनार ने युवाओं को रोजगार और उद्यमिता के नए अवसर प्रदान किए। 14 राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों ने भाग लिया। 100 से अधिक युवाओं ने रेज़्यूमे जमा किए, जिनमें से 17 को आन-स्पॉट प्लेसमेंट मिला और 35 अगले राउंड के लिए चयनित हुए।
इंडियन प्लास्ट पैक फोरम के अनुसार, दो दिनों में 400 करोड़ रुपये से अधिक की मशीनें बेची गईं। आयोजकों को उम्मीद है कि विजिटर्स की संख्या 1 लाख का आंकड़ा पार करेगी। मुख्यमंत्री ने आयोजन को सिपेट सेंटर और एक स्थायी एग्जीबिशन स्थल की मांग को पूरा करने का आश्वासन दिया।