वाशिंगटन, 11 सितंबर 2024। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप और डेमोके्रटिक उम्मीदवार कमला हैरिस के बीच 10 सितंबर को एबीसी न्यूज द्वारा आयोजित प्रेसिडेंशियल बहस हुई, जिसमें दोनों के बीच तीखी तकरार दिखी।
बहस के दौरान हैरिस और ट्रंप के बीच रूस-यूक्रेन युद्ध का मुद्दा उठा, जिसमें हैरिस ने कहा कि अगर ट्रंप राष्ट्रपति होते तो व्लादिमीर पुतिन कीव (यूक्रेन की राजधानी) में बैठे होते और ट्रंप पुतिन के दबाव में हार मान लेते। उधर ट्रंप ने युद्ध बंद करने की वकालत की।
उपराष्ट्रपति हैरिस ने कहा, अगर ट्रंप राष्ट्रपति होते तो पुतिन कीव में बैठे होते और उनकी नजर पोलैंड से शुरू होकर बाकी यूरोप पर होती। आप एहसान के लिए जल्दी हार मान लेते। आप सोचते हैं कि एक तानाशाह से आपकी दोस्ती है, वो आपको दोपहर के भोजन में खा जाएगा।
हैरिस के सवाल क्या आप चाहते हैं कि यूक्रेन रूस के खिलाफ युद्ध जीत जाए? पर ट्रंप ने सीधा जवाब नहीं दिया, लेकिन उन्होंने कहा कि युद्ध रुकना चाहिए।
बिना दर्शकों के हुई बहस
लाइव बहस पेंसिल्वेनिया के फिलाडेल्फिया के नेशनल कॉन्स्टिट्यूशन सेंटर में भारतीय समयानुसार सुबह 6 बजे हुई थी, जो 90 घंटे तक चली। इस बहस में कोई भी दर्शक शामिल नहीं था। इस बहस में हार-जीत का फैसला 4 बिंदुओ पर किया जाता है।
सबसे पहले न्यूज चैनल और राजनीतिक विशेषज्ञ बहस के बाद अपनी राय देते हैं। इसी तरह न्यूज चैनल और सर्वे एजेंसियां बहस के बाद ओपिनियन पोल कराती हैं और उसके नतीजों को आधार माना जाता है।
हैरिस ने ट्रंप पर लगाया तानाशाहों के समर्थन का आरोप
प्रेसीडेंशियल बहस के दौरान डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस ने अपने प्रतिद्वंद्वी रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप पर तानाशाहों का समर्थन करने का आरोप लगाया। हैरिस ने कहा, यह सभी जानते हैं कि ट्रंप तानाशाहों की प्रशंसा करते हैं और वह किम जोंग उन (उत्तर कोरिया के राष्ट्रपति) के साथ प्रेम पत्रों का आदान-प्रदान करते हैं। हैरिस ने कहा कि विश्व के नेता ट्रंप पर हंस रहे हैं। ट्रंप को लोगों ने नकार दिया, लेकिन वे पचा नहीं पा रहे।
ट्रंप ने हैरिस पर किया पलटवार
हैरिस ने अफगानिस्तान के मुद्दे पर कहा कि वह बाइडन के फैसले से सहमत हैं। ट्रंप ने तालिबान नामक आतंकवादी संगठन से सीधे बातचीत की। इस पर ट्रंप ने कहा कि हम उनसे पहले ही बाहर निकल जाते, बहुत से अमेरिकियों को पीछे नहीं छोड़ते। यह अमेरिका के इतिहास का सबसे शर्मनाक क्षण था। ट्रंप ने बाइडन को सबसे खराब राष्ट्रपति और हैरिस को सबसे खराब उपराष्ट्रपति बताया। इस पर हैरिस ने कहा कि ट्रंप झूठ बोलने में माहिर हैं।