177 दिन बाद तिहाड़ जेल से बाहर आए अरविंद केजरीवाल

177 दिन बाद तिहाड़ जेल से बाहर आए अरविंद केजरीवाल

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नई दिल्ली, 13 सितंबर 2024: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शुक्रवार शाम 177 दिन बाद तिहाड़ जेल से रिहा हो गए। सुप्रीम कोर्ट द्वारा उन्हें जमानत दिए जाने के बाद भारी बारिश के बीच 13 सितंबर को केजरीवाल जेल से बाहर आए। तिहाड़ जेल के गेट नंबर तीन के बाहर बड़ी संख्या में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने उनका स्वागत किया, जो अपने मुख्यमंत्री को देखकर बेहद उत्साहित नजर आए।

केजरीवाल के स्वागत के लिए दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, राज्यसभा सांसद संजय सिंह, दिल्ली सरकार के मंत्री आतिशी और सौरभ भारद्वाज भी मौजूद थे। तिहाड़ जेल से बाहर आते ही अरविंद केजरीवाल ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, भगवान ने मेरा साथ दिया क्योंकि मैं सच्चा था। इन लोगों ने मुझे जेल में डाल दिया, लेकिन उन्हें यह नहीं पता था कि जेल में रहकर मेरे हौसले और ताकत 10 से 100 गुना बढ़ जाएगी।

उन्होंने आगे कहा, जेल की सलाखें मेरे हौंसले को नहीं तोड़ सकतीं। भगवान ने हमेशा मेरा साथ दिया है और आगे भी देंगे। मैं देश विरोधी ताकतों के खिलाफ हमेशा लड़ता रहूंगा। उनके इस बयान ने समर्थकों में जोश भर दिया और वहां माहौल उत्साहपूर्ण हो गया।

भावुक हुईं सुनीता केजरीवाल

अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल अपने पति के स्वागत के लिए दो घंटे पहले ही तिहाड़ जेल पहुंच गई थीं। केजरीवाल के रिहा होने का समय शाम 5 बजे तय था, जिसके बाद गेट नंबर चार के बाहर आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं का हुजूम उमड़ पड़ा। जब केजरीवाल जेल से बाहर आए, सुनीता केजरीवाल बेहद भावुक हो गईं और अपने पति को देखकर उनकी आंखों में आंसू आ गए।

सुप्रीम कोर्ट ने इन शर्तों पर दी जमानत

सुप्रीम कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को जमानत कुछ शर्तों के साथ दी, जो इस प्रकार हैं:

  • मुख्यमंत्री कार्यालय में जाकर कोई काम नहीं कर सकेंगे।
  • किसी भी फाइल पर हस्ताक्षर नहीं करेंगे।
  • शराब नीति घोटाले से जुड़े किसी मामले पर सार्वजनिक बयान नहीं देंगे।
  • उन्हें 10 लाख रुपये का बेल बॉन्ड भरना होगा।
  • जांच में कोई बाधा नहीं डालेंगे और न ही गवाहों को प्रभावित करने की कोशिश करेंगे।
  • कोर्ट में जरूरत पड़ने पर पेश होना होगा और जांच में पूरा सहयोग करना होगा।

इस जमानत के साथ केजरीवाल तिहाड़ जेल से रिहा तो हो गए हैं, लेकिन उन पर सुप्रीम कोर्ट की सख्त निगरानी बनी रहेगी।