- जेएसपी क्योंझर जिले में स्टील प्लांट स्थापित करने की संभावनाएं तलाश रही
- पिछले एक दशक में जेएसपी ने सीएसआर कार्यक्रमों के माध्यम से 900 करोड़ रुपये का निवेश किया
भुवनेश्वर, 28 जनवरी 2025। जिन्दल स्टील एंड पावर (जेएसपी) ने ओडिशा में विभिन्न महत्वाकांक्षी परियोजनाओं पर 70,000 करोड़ रुपये के अतिरिक्त निवेश की घोषणा की है। यह घोषणा ओडिशा में सतत औद्योगिक विकास और सामुदायिक उत्थान के प्रति जेएसपी की प्रतिबद्धता की परिचायक है। जेएसपी के चेयरमैन नवीन जिन्दल ने तीन दिवसीय उत्कर्ष ओडिशा 2025 कार्यक्रम के दौरान यह घोषणा की।
यह कार्यक्रम भुवनेश्वर में शुरू हुआ, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी की उपस्थिति रही। यह आयोजन भारत के औद्योगिक विकास में ओडिशा की महत्वपूर्ण भूमिका और राज्य के विश्व स्तरीय विकास केंद्र के रूप में उभरने का शुभ संकेत दे रहा था।
इस अवसर नवीन जिन्दल ने कहा, हमारा लक्ष्य ओडिशा को अग्रणी अंतरराष्ट्रीय औद्योगिक केंद्र बनाना है। यहां के लोगों के जीवन स्तर में सतत सुधार लाना है। हम 70,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त निवेश करेंगे, जिससे न केवल औद्योगिक विकास होगा, बल्कि ओडिशा के हजारों परिवारों के जीवन में भी बदलाव आएगा। इसके साथ ही हम आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने की दिशा में आगे बढ़ेंगे।
उन्होंने यह भी कहा, हम ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी के दृष्टिकोण के अनुरूप क्योंझर जिले में एक स्टील प्लांट स्थापित करने की संभावनाओं का भी अध्ययन कर रहे हैं। उत्कर्ष ओडिशा 2025 कार्यक्रम ने भारत की आर्थिक प्रगति में ओडिशा के महत्व को रेखांकित किया और सतत विकास के लिए सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों के बीच सहयोग पर जोर दिया।
जेएसपी पहले से ही ओडिशा के अंगुल में देश के पहले कोल गैसीफिकेशन प्लांट के माध्यम से स्टील उत्पादन कर रहा है, जो हरित प्रथाओं को अपनाने और आयातित कोकिंग कोयले पर निर्भरता को कम करने में सहायक है। अंगुल स्टील प्लांट की वर्तमान क्षमता 6 एमटीपीए से बढ़कर इस वर्ष 12 एमटीपीए हो जाएगी और 2030 तक 25.2 एमटीपीए तक पहुंच जाएगी।
इसे दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे पर्यावरण-अनुकूल स्टील प्लांट बनाने के साथ-साथ हाइड्रोजन आधारित ग्रीन स्टील उत्पादन में अग्रणी बनाने का लक्ष्य है। जेएसपी ने ओडिशा के सामुदायिक विकास में भी उल्लेखनीय योगदान दिया है।
पिछले एक दशक में कंपनी ने स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, कौशल विकास, महिला सशक्तिकरण, ग्रामीण आजीविका, खेल, कला और संस्कृति पर केंद्रित स्थायी सामाजिक पहलों में 900 करोड़ रुपये का निवेश किया है, जिससे राज्य भर में अनगिनत लोगों के जीवन में बदलाव आया है।