प्रतापगढ़ में स्वास्थ्य महकमा लापरवाह, बैठक में डीएम ने लगाई फटकार

प्रतापगढ़ में स्वास्थ्य महकमा लापरवाह, बैठक में डीएम ने लगाई फटकार

UP

प्रतापगढ़, 30 अगस्त 2024। जिलाधिकारी संजीव रंजन ने 29 अगस्त की देर सायं कैंप कार्यालय सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में स्वास्थ्य योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में आयुष्मान कार्ड योजना की समीक्षा के दौरान पाया गया कि आसपुर देवसरा के प्रभारी चिकित्साधिकारी की प्रगति संतोषजनक नहीं है, जिस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त की और निर्देश दिया कि आयुष्मान कार्ड की प्रगति में सुधार लाया जाए, अन्यथा कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।

आयुष्मान कार्ड योजना के तहत प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती मरीजों के संबंध में जानकारी ली गई। इसमें राजगंगा हॉस्पिटल, नारायण स्वरूप हॉस्पिटल रानीगंज, और डॉ. राम विलास मेमोरियल हॉस्पिटल कुंडा में आयुष्मान कार्ड के तहत भर्ती मरीजों की संख्या कम पाई गई, जिस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताते हुए इन तीनों प्राइवेट अस्पतालों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।

स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा में बताया गया कि कुल 14 शिकायतें प्राप्त हुई थीं, जिनमें से 12 का निस्तारण कर दिया गया है, जबकि 02 शिकायतें लंबित हैं। बैठक में सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) के प्रसव की समीक्षा की गई, जिसमें सीएचसी कुंडा, पट्टी और बाघराय में प्रसव की प्रगति असंतोषजनक पाई गई। इस पर जिलाधिकारी ने प्रभारी चिकित्साधिकारियों को कड़े निर्देश दिए कि प्रसव की प्रगति में सुधार किया जाए।

आरसीएच पोर्टल पर गर्भवती महिलाओं की जांच की फीडिंग कम प्रतिशत में पाई गई, जिस पर जिलाधिकारी ने सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देशित किया कि फीडिंग की प्रगति में सुधार लाएं। डेंगू और संचारी रोग की समीक्षा में बताया गया कि जनपद में डेंगू के 12, मलेरिया के 03, और चिकनगुनिया के 01 मरीज पाए गए हैं, जिस पर जिलाधिकारी ने आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

आभा आईडी के संबंध में बताया गया कि अब तक 44 प्रतिशत आभा आईडी बनाई जा चुकी हैं, जिस पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि आभा आईडी का शत-प्रतिशत निर्माण सुनिश्चित किया जाए।

बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि जननी सुरक्षा योजना का संचालन पूर्ण गुणवत्ता और मानकों के अनुरूप किया जाए और इसका भुगतान शत-प्रतिशत सुनिश्चित हो। जिन स्वास्थ्य केंद्रों पर जननी सुरक्षा योजना का भुगतान लंबित है, उसका तत्काल निस्तारण करते हुए भुगतान की प्रक्रिया पूरी की जाए। आशा कार्यकर्ताओं को समय से भुगतान किया जाए और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए।

जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य कार्यों की बिंदुवार समीक्षा करते हुए सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों और अन्य संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रगति के आंकड़ों को पोर्टल पर समय से अंकित करें और इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही न हो। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को नियमित टीकाकरण का कार्य शत-प्रतिशत पूरा करने के भी निर्देश दिए।

इसके अलावा बैठक में जिलाधिकारी ने राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन, हेल्थ और वेलनेस सेंटर के संचालन, जन्म-मृत्यु पंजीकरण, बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, दवाओं की उपलब्धता, एफआरयू, परिवार कल्याण कार्यक्रम, सैम बच्चों की फीडिंग, मंथरा पोर्टल सहित अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर भी चर्चा की।

जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी सहित स्वास्थ्य विभाग से जुड़े सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे स्वास्थ्य सेवाओं और जनता से जुड़ी योजनाओं का बेहतर तरीके से संचालन करें। सभी अधिकारी और प्रभारी चिकित्साधिकारी अपने-अपने कार्यों के प्रति सजग रहें और दी गई जिम्मेदारियों का शत-प्रतिशत निर्वहन करें, लापरवाही किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं होगी।

बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. ए.एन. प्रसाद, जिला विकास अधिकारी कृष्ण कुमार, सीएमएस महिला डॉ. रीना प्रसाद, डीपीएम राजशेखर सहित सभी प्रभारी चिकित्साधिकारी और स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।