Join US

महाकुंभ में दो अफसरों ने लगाया जाम, योगी ने लगाई फटकार

By
Published On:
Follow Us

महाकुंभनगर, 11 फरवरी 2025। प्रयागराज महाकुंभ को बदनाम करने और वहां अव्यवस्था फैलाने की मंशा से दो आईपीएस अफसरों ने जानबूझकर जाम लगवा दिया। इसकी जानकारी जैसे ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को हुई, उन्होंने दोनों पुलिस अफसरों की क्लास ली और जमकर फटकार लगाई। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शालीन भाषा में दोनों आईपीएस अफसरों को निलंबन की चेतावनी भी दी। अगर दोनों आईपीएस अफसरों की कार्यशैली न सुधरी तो महाकुंभ के आयोजन के बाद दोनों का निलंबन होना तय माना जा रहा है।

ये दोनों अफसर हैं एडीजी भानु भास्कर और एडीजी ट्रैफिक सत्यनारायण। मुख्यमंत्री ने इन दोनों अधिकारियों को हड़काते हुए कहा कि पूरे प्रयागराज की जिम्मेदारी आप लोगों पर थी लेकिन चाहे भगदड़ का दिन हो या फिर आम दिनों की भीषण ट्रैफिक अव्यवस्था, आप लोगों ने गैर जिम्मेदाराना काम किया है।

यही नहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिस तरीके से आला अधिकारी मेले के प्रमुख स्नान के दौरान मौके से नदारद रहे, उसे देखते हुए कई अधिकारियों पर सस्पेंशन की कार्रवाई बनती है।

बता दें बसंत पंचमी पर्व के कुछ दिनों बाद से प्रयागराज में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। इसके चलते प्रयागराज आने वाले हर हाइवे पर गाड़ियों की कतारें देखने को मिल रही हैं। सड़कों पर जगह-जगह जाम नजर आया, वो भी कई-कई घंटे का।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस बात की जानकारी हुई तो उन्होंने सोमवार 10 फरवरी की रात हाई लेवल बैठक बुलाई और राज्य के तमाम आला अधिकारियों पर इस बैठक में जमकर भड़के।

उसी का नतीजा है कि अब ट्रैफिक व्यवस्था धीरे-धीरे पटरी पर आ रही है। कई बड़े अधिकारियों को प्रयागराज भेजा गया है। सोमवार को खुद एसटीएफ चीफ अमिताभ यश भी कुंभ नगरी पहुंचे थे। फिलहाल, हर जिले के अधिकारी एक्टिव हो गए हैं। डीएम-एसपी सड़कों पर उतर आए हैं। हाइवे हो या आम सड़क सभी पर सुगम यातायात के प्रबंध किए जा रहे हैं।

महाकुंभ में श्रद्धा और आस्था से ओत-प्रोत साधु-संतों, श्रद्धालुओं, कल्पवासियों, स्नानार्थियों और गृहस्थों का स्नान अब उस शिखर पर पहुंच गया है, जिसकी महाकुंभ से पहले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उम्मीद जताई थी। सीएम योगी ने पहले ही अनुमान जताया था कि इस बार जो भव्य और दिव्य महाकुंभ का आयोजन हो रहा है वह स्नानार्थियों की संख्या का नया रिकॉर्ड स्थापित करेगा।

मुख्यमंत्री ने शुरुआत में ही 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना जताई थी। उनका यह आंकलन महाकुंभ के समापन से 15 दिन पहले ही सच साबित हो गया।

मंगलवार की सुबह 8 बजे ही महाकुंभ में 45 करोड़ स्नानार्थियों की संख्या पार हो गई। मंगलवार को सुबह 8 बजे तक करीब 50 लाख श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में पावन डुबकी लगाई, जिसके साथ ही महाकुंभ में स्नानार्थियों की संख्या 45 करोड़ पार हो गई। अभी महाकुंभ को 15 दिन और दो महत्वपूर्ण स्नान पर्व शेष हैं और पूरी उम्मीद है कि स्नानार्थियों की संख्या 50-55 करोड़ के ऊपर जा सकती है।

स्नानार्थियों की संख्या का विश्लेषण करें तो सर्वाधिक 8 करोड़ श्रद्धालुओं ने मौनी अमावस्या पर स्नान किया था, जबकि 3.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने मकर संक्रांति के अवसर पर अमृत स्नान किया था। एक फरवरी और 30 जनवरी को 2-2 करोड़ के पार और पौष पूर्णिमा पर 1.7 करोड़ श्रद्धालुओं ने पुण्य डुबकी लगाई, इसके अलावा बसंत पंचमी पर 2.57 करोड़ श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगाई थी।

माघ पूर्णिमा से पहले भी प्रतिदिन एक करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम तट पर पवित्र स्नान के लिए पहुंच रहे हैं।

Ramesh Pandey

मेरा नाम रमेश पाण्डेय है। पत्रकारिता मेरा मिशन भी है और प्रोफेशन भी। सत्य और तथ्य पर आधारित सही खबरें आप तक पहुंचाना मेरा कर्तव्य है। आप हमारी खबरों को पढ़ें और सुझाव भी दें।

For Feedback - editorasr24@gmail.com
Join Our WhatsApp Channel