लखनऊ, 12 फरवरी 2025: अयोध्या राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का बुधवार को लखनऊ स्थित संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) में निधन हो गया। वे 87 वर्ष के थे। वह लंबे समय से अस्वस्थ थे और एसजीपीजीआई में उनका इलाज चल रहा था।
2 फरवरी को स्ट्रोक आने के बाद सत्येंद्र दास को अयोध्या के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी स्थिति गंभीर होने पर पहले उन्हें ट्रामा सेंटर और फिर बेहतर इलाज के लिए लखनऊ के एसजीपीजीआई में रेफर किया गया। अस्पताल प्रशासन द्वारा जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, वह मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसी गंभीर बीमारियों से भी पीड़ित थे।
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 4 फरवरी को अस्पताल पहुंचकर आचार्य सत्येंद्र दास का हालचाल जाना था। इस दौरान मुख्यमंत्री ने डॉक्टरों से उनके इलाज की प्रगति पर चर्चा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए थे।
इससे पहले, अयोध्या सिटी के न्यूरो सेंटर के डॉक्टर अरुण कुमार सिंह ने बताया था कि आचार्य सत्येंद्र दास की स्थिति नाजुक है। सीटी स्कैन में ब्रेन हेमरेज की पुष्टि हुई थी, जो कई सेगमेंट्स में फैला हुआ था। उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए उन्हें लखनऊ रेफर किया गया था।
आचार्य सत्येंद्र दास राम मंदिर निर्माण के आरंभ से ही मुख्य पुजारी के रूप में नियुक्त थे और श्री राम जन्मभूमि के पूजा कार्यों में सक्रिय रूप से शामिल रहे। उनके निधन से अयोध्या में शोक की लहर है।