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टाटा संस और पीएसएमसी सेमीकंडक्टर मैन्यूफैक्चरिंग में करेगी निवेश

टाटा संस और पीएसएमसी सेमीकंडक्टर मैन्यूफैक्चरिंग में करेगी निवेश

नई दिल्ली, 27 सितंबर 2024। सेमीकंडक्टर मैन्यूफैक्चरिंग के क्षेत्र में भारत को एक महत्वपूर्ण वैश्विक केंद्र बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। 26 सितंबर 2024 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने टाटा संस और पीएसएमसी (Power Semiconductor Manufacturing Corporation) की लीडरशिप टीम से मुलाकात की, जिसमें भारत में सेमीकंडक्टर मैन्यूफैक्चरिंग परियोजनाओं के संबंध में महत्वपूर्ण अपडेट पर चर्चा की गई।

प्रधानमंत्री ने एक्स पर इस मुलाकात की जानकारी साझा करते हुए लिखा, टाटा संस और पीएसएमसी की लीडरशिप टीम के साथ एक शानदार बैठक हुई। उन्होंने सेमीकंडक्टर मैन्यूफैक्चरिंग परियोजनाओं पर अपने अपडेट साझा किए और भारत में अपनी उपस्थिति को बढ़ाने के प्रति उत्साह व्यक्त किया।

भारत में सेमीकंडक्टर उद्योग का विस्तार

भारत, जो अब तक इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में एक उपभोक्ता देश के रूप में देखा जाता था, सेमीकंडक्टर मैन्यूफैक्चरिंग के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। टाटा संस और पीएसएमसी का यह निवेश न केवल भारत में सेमीकंडक्टर की उपलब्धता को बढ़ाएगा, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा करेगा।

सेमीकंडक्टर मैन्यूफैक्चरिंग का भविष्य

सेमीकंडक्टर उद्योग का विस्तार न केवल भारत के तकनीकी क्षेत्र को मजबूत करेगा, बल्कि वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में भारत की भूमिका को और सशक्त करेगा। इससे मोबाइल, कंप्यूटर, ऑटोमोटिव, और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की मैन्यूफैक्चरिंग में तेजी आएगी, जो भारत को इस क्षेत्र में वैश्विक नेता बनने में मदद कर सकता है।

सरकार की पहल

भारत सरकार द्वारा की जा रही ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ की पहलों ने वैश्विक कंपनियों को भारतीय बाजार में निवेश के लिए आकर्षित किया है। टाटा संस और पीएसएमसी का यह संयुक्त निवेश, भारत के सेमीकंडक्टर मैन्यूफैक्चरिंग क्षमता को बढ़ावा देने के साथ-साथ देश की डिजिटल और तकनीकी प्रगति को भी गति देगा।

सेमीकंडक्टर मैन्यूफैक्चरिंग के क्षेत्र में यह साझेदारी भारत के तकनीकी भविष्य के लिए एक बड़ा अवसर है। इससे न केवल घरेलू बाजार को मजबूती मिलेगी, बल्कि भारत की वैश्विक तकनीकी प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी।