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अमेठी में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान का शुभारंभ, स्वास्थ्य मंत्री ने रैली को दिखाई हरी झंडी

अमेठी में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान का शुभारंभ, स्वास्थ्य मंत्री ने रैली को दिखाई हरी झंडी

अमेठी, 1 अक्टूबर 2024। मंगलवार 1 अक्टूबर को अमेठी जनपद में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान का शुभारंभ स्वास्थ्य राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरन सिंह ने जिला चिकित्सालय में किया। उन्होंने अभियान से जुड़े प्रचार वाहन, फॉगिंग मशीन और जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह अभियान 1 अक्टूबर से शुरू होकर 31 अक्टूबर तक चलेगा, जबकि दस्तक अभियान 11 से 31 अक्टूबर तक संचालित होगा।

संचारी रोग नियंत्रण और दस्तक अभियान पर जोर

इस अवसर पर स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने कहा, सरकार संचारी रोग नियंत्रण अभियान को लेकर पूरी तरह संजीदा है, और इसे प्राथमिकता दी जा रही है। इस अभियान का उद्देश्य मच्छरजनित और अन्य संचारी रोगों की रोकथाम करना है। अभियान के दौरान स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को जागरूक करेंगे।

उन्होंने कहा कि संचारी रोगों पर नियंत्रण केवल सरकारी प्रयासों से नहीं हो सकता, इसमें जनसमुदाय की भागीदारी भी अत्यंत आवश्यक है। लोगों को मच्छरजनित स्थितियों से बचने के लिए दी गई सलाह का पालन करने की अपील की गई।

विभागीय समन्वय पर बल

मुख्य विकास अधिकारी सूरज पटेल ने इस अभियान की सफलता के लिए विभिन्न विभागों के समन्वय की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने सभी विभागों को निर्देश दिया कि वे समय पर अपने कार्यों को संपन्न करें और अभियान के दौरान समन्वित रूप से काम करें।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अंशुमान सिंह ने जानकारी दी कि अभियान के दौरान स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर बुखार, खांसी, टीबी, फाइलेरिया, कालाजार, कुष्ठ और कुपोषण जैसी बीमारियों से पीड़ित लोगों की सूची बनाएंगे। साथ ही, जिन घरों में मच्छर का लार्वा पाया जाएगा, उन्हें चिन्हित कर जिला और ब्लॉक मुख्यालयों पर इसकी सूचना दी जाएगी।

सहयोगी विभागों और संस्थाओं की भागीदारी

अभियान में सहयोगी विभागों द्वारा संचारी रोग नियंत्रण के लिए विशेष कार्यों का निर्धारण किया गया है। अभियान के अंतर्गत पूरे महीने साफ-सफाई और जागरूकता गतिविधियां चलाई जाएंगी।

इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे, जिनमें मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. बद्री प्रसाद, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रामप्रसाद, जिला मलेरिया अधिकारी शेषधर द्विवेदी शामिल थे। इसके अलावा, यूनिसेफ, वर्ल्ड हेल्थ आर्गनाइजेशन और सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफॉर) जैसे सहयोगी संगठनों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।