प्रतापगढ़, 1 मार्च 2025। यूपी के प्रतापगढ़ जिले में जन्म-मृत्यु पंजीकरण में मिली लापरवाही मिली है। यह मामला तब पकड़ में आया जब डीएम शिव सहाय अवस्थी ने जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक ली। बैठक के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा की गई और लापरवाही पाए जाने पर कड़ी चेतावनी दी गई।
बैठक में डीएम ने जन्म-मृत्यु पंजीकरण की समीक्षा की। समीक्षा में पाया गया कि नोडल अधिकारी सुनील श्रीवास्तव द्वारा न तो सीएचसी/पीएचसी स्तर पर कोई बैठक आयोजित की गई, न ही इस विषय पर स्पष्ट जानकारी दी गई।
इस पर डीएम ने कड़ी फटकार लगाते हुए चेतावनी दी कि कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही सहन नहीं की जाएगी। सीएमओ को निर्देशित किया गया कि जन्म-मृत्यु पंजीकरण की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
गलत सूचना देने पर डीपीएम को चेतावनी
बैठक में डीएम द्वारा पूछे जाने पर डीपीएम द्वारा गलत जानकारी प्रस्तुत करने पर नाराजगी व्यक्त की गई। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि भविष्य में यदि ऐसी गलती दोहराई गई तो कठोर कार्रवाई की जाएगी।
स्वास्थ्य अधिकारियों को तैयारियों के निर्देश
डीएम ने कहा कि पूर्व में अधिकारियों को निर्देश दिए गए थे कि वे पूरी तैयारी के साथ बैठक में शामिल हों, लेकिन कई अधिकारी बिना समुचित तैयारी के पहुंचे। इस पर सम्बंधित अधिकारियों को मौखिक चेतावनी दी गई।
आशा कार्यकर्ताओं को सेवा समाप्ति की चेतावनी
डीएम ने निर्देश दिया कि 1 अप्रैल से उन आशा कार्यकर्ताओं की सेवाएं समाप्त की जाएं, जिन्होंने एक भी प्रसव नहीं कराया है। प्रसव के लाभार्थियों से सभी आवश्यक दस्तावेज उसी समय प्राप्त किए जाएं और भुगतान प्रक्रिया समय से पूरी की जाए। यदि घर पर प्रसव कराने के दौरान किसी महिला की मृत्यु होती है, तो संबंधित आशा कार्यकर्ता की जिम्मेदारी तय कर कारर्वाई की जाए। जननी सुरक्षा योजना से जुड़े सभी मामलों को प्रभारी चिकित्साधिकारी द्वारा जल्द से जल्द निस्तारित किया जाए।
स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष ध्यान देने के निर्देश
बैठक में जिलाधिकारी ने मातृ मृत्यु दर, नियमित टीकाकरण, आरसीएच, ई-कवच, आभा आईडी, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम, परिवार कल्याण, एफआरयू और आयुष्मान आरोग्य मंदिर की समीक्षा की।
अस्पतालों में सुविधाओं का निर्देश
जिलाधिकारी ने आगामी गर्मी के मद्देनजर सभी अस्पतालों में छाया, पानी और बिजली की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए, ताकि मरीजों को किसी प्रकार की समस्या न हो।
दवाओं की उपलब्धता करने का आदेश
- समस्त सीएचसी/पीएचसी पर 100% दवा उपलब्ध होनी चाहिए।
- खराब उपकरणों को समयबद्ध तरीके से ठीक कराया जाए।
- वित्तीय वर्ष की समाप्ति को देखते हुए टेंडर प्रक्रिया को शीघ्र पूरा किया जाए।
लापरवाही बर्दाश्त नहीं
बैठक के अंत में डीएम ने सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने दायित्वों का पूरी ईमानदारी से निर्वहन करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि जनता से जुड़ी योजनाओं को प्रभावी रूप से लागू किया जाए और किसी भी प्रकार की लापरवाही को कदापि सहन नहीं किया जाएगा।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डॉ. दिव्या मिश्रा, मुख्य राजस्व अधिकारी अजय कुमार तिवारी, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. ए.एन. प्रसाद सहित अन्य प्रभारी चिकित्साधिकारी एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।