प्रतापगढ़, 4 मार्च 2025। यूपी के प्रतापगढ़ जिले में साधुरी शिरोमणि इंटर कॉलेज के प्रबंधक के खिलाफ की गई पुलिस कार्रवाई को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में डबल बेंच ने पूरी तरह खारिज कर दिया। न्यायमूर्ति बृजराज सिंह और विवेक चौधरी की कोर्ट नंबर 10 की डबल बेंच ने मामले की सुनवाई करते हुए पुलिस की कार्यवाही पर गंभीर नाराजगी जताई और कड़ी टिप्पणी की।
प्रबंधक ऋषभ त्रिपाठी की ओर से पेश हुए विधि विशेषज्ञ अधिवक्ता पंकज शुक्ला और अमित शुक्ला ने प्रभावी पैरवी करते हुए सीसीटीवी फुटेज अदालत में प्रस्तुत किया, जिससे पूरे मामले की सच्चाई उजागर हो गई। हाईकोर्ट की डबल बेंच ने प्रबंधक की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी।
क्या है पूरा मामला
23 फरवरी 2025 की रात साधुरी शिरोमणि इंटर कॉलेज के छात्र शिवम सिंह का शव जेठवारा थाना क्षेत्र के नौबस्ता गांव में आम के पेड़ से लटका मिला था। परिजनों ने विद्यालय के प्रबंधक और प्रिंसिपल के खिलाफ आरोप लगाया कि फीस बकाया होने के कारण छात्र को बोर्ड परीक्षा का प्रवेश पत्र नहीं दिया गया, जिससे आहत होकर उसने आत्महत्या कर ली।
कोर्ट में प्रस्तुत सीसीटीवी फुटेज ने पूरे मामले का रुख बदल दिया, जिससे प्रबंधक और विद्यालय प्रशासन की निर्दोषता सिद्ध हो गई। कोर्ट ने पुलिस की कारर्वाई पर सख्त टिप्पणी की और इसे अन्यायपूर्ण करार दिया।
इस फैसले से प्रबंधक ऋषभ त्रिपाठी को बड़ी राहत मिली है और यह मामला शिक्षा संस्थानों के निष्पक्ष संचालन की दिशा में एक अहम मिसाल बन गया है।