प्रतापगढ़, 31 अगस्त 2024। उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में यूपी एसटीएफ को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। सिपाही भर्ती परीक्षा के अंतिम दिन 31 अगस्त को एसटीएफ ने सॉल्वर गैंग के दो सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किया। ये लोग अभ्यर्थियों से परीक्षा में पास कराने के नाम पर पैसे वसूलते थे और उनके बदले में पेपर सॉल्व करने का दावा करते थे।
यह गैंग अभ्यर्थियों को बरगलाने का काम करता था। वे परीक्षार्थियों को यह विश्वास दिलाते थे कि उनके पेपर को एक एक्सपर्ट सॉल्व करेगा, जिससे उनकी नौकरी पक्की हो जाएगी। इसके बदले में ये गैंग भारी रकम वसूलता था। सूत्रों के मुताबिक, इस रैकेट का जाल पूरे राज्य में फैला हुआ था, और कई जिलों में इनके संपर्क थे।
मानिकपुर थाना क्षेत्र में एसटीएफ ने शुभम सोनकर और पंकज नामक दो आरोपियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान पता चला कि इस गैंग का मुख्य सरगना प्रयागराज के बोर्ड ऑफिस में तैनात एक बाबू है, जो इस रैकेट का संचालन कर रहा था। शुभम सोनकर का पिता फतेहपुर जिले के एक थाने में बतौर दीवान तैनात है, जिससे इस मामले की गंभीरता और बढ़ जाती है।
एसटीएफ को इस गिरोह के बारे में गुप्त सूचना मिली थी, जिसके बाद वे सक्रिय हो गए। मुखबिर की जानकारी के आधार पर एसटीएफ ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया और दोनों आरोपियों को पकड़ने में कामयाब रहे। गिरफ्तारी के दौरान उनके पास से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, जैसे परीक्षार्थियों के एडमिट कार्ड और अन्य संबंधित सामग्री बरामद हुई है।
एसटीएफ अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही है। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि इस गैंग के और कौन-कौन से सदस्य हैं और यह गिरोह कितने समय से सक्रिय था। इसके साथ ही, पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि अन्य कितने अभ्यर्थियों को इस गिरोह ने ठगा है।
31 अगस्त को यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा का अंतिम दिन था, और प्रतापगढ़ जिले में कुल 11 परीक्षा केन्द्रों पर यह परीक्षा आयोजित की जा रही थी। इस घटना के बाद से पुलिस ने सभी परीक्षा केन्द्रों पर सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी है। परीक्षार्थियों की पहचान और उनकी गतिविधियों पर विशेष नजर रखी जा रही है, ताकि किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी को रोका जा सके।
पुलिस और एसटीएफ ने अभ्यर्थियों को चेतावनी दी है कि वे इस तरह के गैंग से सतर्क रहें और किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को दें। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि परीक्षा में किसी भी प्रकार की अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी, और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
एसटीएफ की इस कार्रवाई से एक बड़े सॉल्वर गैंग का पर्दाफाश हुआ है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां परीक्षा में धांधली रोकने के लिए पूरी तरह से सतर्क हैं। इस मामले की आगे की जांच से और भी महत्वपूर्ण खुलासे होने की संभावना है, जिससे यह पता चल सकेगा कि इस रैकेट में और कौन-कौन लोग शामिल हैं।