लखनऊ, 5 मार्च 2025। उत्तर प्रदेश के महराजगंज ज़िले की मिट्टी में सिर्फ मेहनत की खुशबू ही नहीं, बल्कि काबिलियत की रोशनी भी है। नेपाल बॉर्डर से सटे इस ज़िले के छोटे-से गांव घुघली के पुरैना में रहने वाली आस्था तिवारी ने वह कर दिखाया है, जो हजारों बच्चों का सपना होता है। उन्होंने यूपी सैनिक स्कूल का एग्जाम पास कर लिया है। उनकी इस बेमिसाल सफलता से न केवल उनका परिवार, बल्कि पूरा स्कूल और गांव गर्व से झूम उठा है।
आस्था, जो अभी तिलक अकैडमी में 8वीं कक्षा की छात्रा हैं, शुरू से ही पढ़ाई में अव्वल रही हैं। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा घुघली के सेंट थॉमस स्कूल से पूरी की और हमेशा अपनी मेहनत और लगन से आगे बढ़ती रहीं। उनके पिता इलेक्ट्रॉनिक सामानों की दुकान चलाते हैं, जबकि उनकी मां एक शिक्षिका हैं। परिवार ने शुरू से ही शिक्षा को सर्वोपरि माना और आस्था व उनकी बहन को आगे बढ़ने के लिए हरसंभव अवसर प्रदान किया।
आज के दौर में जहां प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोचिंग का सहारा लिया जाता है, वहीं आस्था ने बिना किसी कोचिंग के यूपी सैनिक स्कूल की परीक्षा पास की। उन्होंने बताया कि उनकी मां ने परीक्षा की तैयारी में उनकी बहुत मदद की और स्कूल के शिक्षकों ने भी उन्हें हर कदम पर मार्गदर्शन दिया। उनके पिता ने ही सैनिक स्कूल का फॉर्म भरवाया और हमेशा उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
आस्था केवल एक परीक्षा पास करने तक सीमित नहीं रहना चाहतीं। उनकी नज़रें आईएएस बनने पर टिकी हैं, ताकि वे अपने ज्ञान और मेहनत से देश की सेवा कर सकें। उनका कहना है, मैं हमेशा से कुछ बड़ा करना चाहती हूं। सैनिक स्कूल में चयन मेरी पहली बड़ी उपलब्धि है, लेकिन मेरा सपना आईएएस बनकर समाज और देश के लिए काम करना है।
आस्था की सफलता यह साबित करती है कि सपनों को पूरा करने के लिए संसाधनों से ज्यादा आत्मविश्वास और मेहनत की जरूरत होती है। नेपाल बॉर्डर के इस छोटे-से गाँव की यह बेटी अब लाखों छात्र-छात्राओं के लिए प्रेरणा बन गई है। महराजगंज अब सिर्फ सीमाओं का ज़िला नहीं, बल्कि काबिलियत की नई ऊँचाइयों को छूता क्षेत्र बन रहा है।