लखनऊ, 12 अक्टूबर 2024। अयोध्या में आयोजित फिल्मी रामलीला का समापन शनिवार को हुआ, जिसमें बॉलीवुड के नामचीन कलाकारों ने अपने शानदार अभिनय से दर्शकों का दिल जीत लिया। इस रामलीला में रामायण की कथा को नाट्य रूप में प्रस्तुत किया गया, और हर पात्र ने अपनी भूमिका को बेहद सजीव ढंग से निभाकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इस रामलीला में रावण की भूमिका निभाने वाले अभिनेता मनीष शर्मा ने अपने अभिनय कौशल से दर्शकों पर गहरी छाप छोड़ी। मनीष ने रावण के अहंकार, धूर्तता और पराक्रम को जिस तरह से प्रस्तुत किया, वह हर किसी के आकर्षण का केंद्र बना। उनके संवादों में जिस प्रकार का ओज और शक्ति दिखी, उसने दर्शकों को रावण के चरित्र के प्रति और अधिक रुचिकर बना दिया।
भगवान शंकर के किरदार में अभिनेता बिंदु दारा सिंह ने अपने प्रदर्शन से दर्शकों का दिल जीत लिया। उनकी सजीव प्रस्तुति ने शो के दौरान एक अलग ही ऊर्जा का संचार किया। उनकी गंभीरता और शांत व्यक्तित्व के साथ मंच पर उनकी मौजूदगी ने भगवान शंकर के दिव्य रूप को वास्तविकता के करीब ला दिया।
विभीषण की भूमिका में विख्यात अभिनेता राजा मुराद ने अपने अभिनय से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। विभीषण के धर्म और सत्य के पक्षधर होने के गुणों को राजा मुराद ने बखूबी उभारा, जिससे दर्शकों ने उन्हें भरपूर सराहा। विभीषण का किरदार इस रामलीला में एक नैतिक संदेश के रूप में उभरकर आया, जिसे राजा मुराद के अद्वितीय अभिनय ने और भी प्रभावशाली बना दिया।
मिस यूनिवर्स रिया सिंघा ने इस रामलीला में पहली बार माता सीता की भूमिका निभाई, और यह प्रयास दर्शकों द्वारा बेहद सराहा गया। रिया के अभिनय में माता सीता की करुणा, प्रेम और त्याग का सजीव चित्रण देखने को मिला। रामलीला के दौरान उनके भावपूर्ण संवादों और अभिनय ने दर्शकों को भावुक कर दिया। उनका यह किरदार फिल्मी रामलीला की खासियतों में से एक बन गया।
राम के रूप में अभिनेता वेद सागर ने अपने दमदार संवादों और सजीव अभिनय से दर्शकों को प्रभावित किया। राम के चरित्र की मर्यादा और गरिमा को वेद सागर ने बखूबी प्रस्तुत किया, जिससे दर्शक राम के चरित्र में खो से गए। उनके शांत और संतुलित अभिनय ने राम की दिव्यता और उनके आदर्श चरित्र को बेहतरीन ढंग से दर्शाया।
रामलीला के अन्य किरदारों में भी बॉलीवुड कलाकारों ने अपने अभिनय से कथा को जीवंत बना दिया। रिंकू ने मेघनाथ, परवेज ने जामवंत और सुनील विकास ने नल-नील की भूमिका में अपने अभिनय का प्रदर्शन किया। इन किरदारों ने कथा में जान डालते हुए दर्शकों को कथा के रोमांच में डुबो दिया। वहीं, विकास जोगिंदर ने कालनेमी के रूप में और विनय ने कुंभकरण के किरदार में दमदार प्रदर्शन किया। प्रतिभा ने सुलोचना के रूप में अपनी भूमिका से दर्शकों को भावविभोर कर दिया, जबकि अशोक ने अंगद के रोल को सजीव किया।
हनुमान की भूमिका में अभिनेता विक्की चौधरी ने अपनी एनर्जेटिक परफॉर्मेंस से दर्शकों को रोमांचित कर दिया। हनुमान के साहसिक और मज़बूत चरित्र को उन्होंने जिस प्रकार मंच पर उतारा, वह सराहनीय था। उनके द्वारा निभाए गए संवादों और दृश्यों ने दर्शकों को हनुमान के प्रति श्रद्धा और भक्ति से भर दिया।
इस फिल्मी रामलीला का समापन भव्य रूप से हुआ और दर्शकों ने कलाकारों के प्रदर्शन की भूरी-भूरी प्रशंसा की। इस आयोजन ने न केवल धार्मिक आस्था को प्रबल किया बल्कि फिल्मी कलाकारों की अद्वितीय प्रस्तुति ने रामायण की कथा को नए अंदाज में दर्शकों के सामने पेश किया। अयोध्या की यह फिल्मी रामलीला न केवल एक मनोरंजक प्रस्तुति थी, बल्कि धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को जीवंत करने का एक शानदार प्रयास भी था।