मास्को, 14 अक्टूबर 2024। रूसी मानवाधिकार आयुक्त तात्याना मोस्कलकोवा ने बताया है कि रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे विशेष सैन्य अभियान के दौरान अलग हुए 48 परिवारों को फिर से मिलाया गया है। यह पुनर्मिलन यूक्रेनी लोकपाल दिमित्रो लुबिनेट्स और रूसी विदेश मंत्रालय की अपील के बाद संभव हो पाया।
श्री मोस्कलकोवा ने एक साक्षात्कार के दौरान बताया कि युद्ध के दौरान बिछड़े हुए बच्चों और उनके माता-पिता को फिर से मिलाने की प्रक्रिया बेहद जटिल और कठिन रही है। उन्होंने कहा, हर कहानी अपने आप में बेहद दर्दनाक है, लेकिन हमने 48 परिवारों को फिर से मिलाने में सफलता प्राप्त की है।
रूसी मानवाधिकार आयुक्त ने यह भी बताया कि कुर्स्क क्षेत्र के एक हजार से अधिक निवासियों से अपीलें मिली हैं, जिनके परिजनों को यूक्रेनी सशस्त्र बलों द्वारा जबरन हटा दिया गया है। इन निवासियों के परिजन उन्हें खोजने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि नागरिकों को उनके स्थायी निवास स्थानों से जबरन हटाना जिनेवा समझौते का घोर उल्लंघन है।
मोस्कलकोवा ने यह भी जानकारी दी कि रूस के 65 क्षेत्रों में अस्थायी आवास केंद्र बनाए गए हैं, जहां 30,415 लोग वर्तमान में शरण लिए हुए हैं। इनमें से 7,670 बच्चे हैं, जो यूक्रेनी सेना की गोलाबारी के कारण विस्थापित हुए हैं। यह मानवीय संकट युद्ध की विभीषिका को और भी गंभीर बनाता है।
रूस-यूक्रेन संघर्ष के बीच, नागरिकों के पुनर्वास और पुनर्मिलन की ये कोशिशें युद्ध से प्रभावित लोगों के लिए एक छोटी सी राहत के रूप में सामने आई हैं।