प्रतापगढ़, 13 मार्च 2025। होली सिर्फ रंगों का पर्व नहीं, यह संवेदनाओं, अपनत्व और खुशियों का प्रतीक भी है। इस एहसास को और गहरा बनाते हुए जिलाधिकारी शिव सहाय अवस्थी ने अपनी पत्नी सौम्या त्रिवेदी के साथ महुली स्थित वृद्धाश्रम पहुंचकर बुजुर्गों के संग रंगों की यह सौगात साझा की।
वृद्धजनों की झुर्रियों में छिपी कहानियों को सुनते हुए जिलाधिकारी ने उनका हालचाल जाना, उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली और स्नेह भरी बातें कीं। उनकी पत्नी ने वृद्ध माताओं को अबीर-गुलाल लगाकर गले लगाया, जिससे उनकी आंखें खुशी से नम हो गईं।
गुझिया और रंगों से सजी इस होली में जिलाधिकारी और उनकी पत्नी ने जब बुजुर्गों संग हंसी-ठिठोली की, तो पूरा आश्रम खुशियों से सराबोर हो उठा। जिन चेहरे पर वर्षों से होली की रंगत फीकी पड़ गई थी, वे आज फिर से जीवन के रंगों में रंग गए।
इस अनूठे होली मिलन में बुजुर्गों ने जिलाधिकारी का अभिनंदन किया और इस त्योहार में उन्हें याद रखने के लिए आभार प्रकट किया। जिलाधिकारी ने भी वृद्धजनों के साथ समय बिताकर उन्हें यह एहसास दिलाया कि वे अकेले नहीं हैं, समाज और प्रशासन उनके साथ है।
होली के इन रंगों में संवेदनाओं की जो छटा बिखरी, उसने यह साबित कर दिया कि त्योहार तभी पूर्ण होते हैं, जब खुशियों को हर दिल तक पहुंचाया जाए।