आकांक्षा रानी: पहाड़ी कोरवा समुदाय से राष्ट्रीय स्तर तक पहुंची छत्तीसगढ़ की होनहार क्रिकेटर

रायपुर, 18 अक्टूबर 2024। जशपुर जिले की पहाड़ी कोरवा समुदाय से आने वाली प्रतिभाशाली क्रिकेट खिलाड़ी आकांक्षा रानी ने छत्तीसगढ़ के खेल जगत में अपना नाम रोशन किया है। अंडर-15 में बीसीसीआई ट्रॉफी खेल चुकी आकांक्षा इस बार छत्तीसगढ़ की अंडर-19 टीम के लिए बीसीसीआई टी20 ट्रॉफी में शामिल हुई हैं, जहां उन्होंने सबसे अधिक रन बनाकर अपने राज्य के लिए उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।

आकांक्षा की सफलता की कहानी प्रेरणादायक है। वह जशपुर के प्री मैट्रिक बालिका छात्रावास इचकेला की अधीक्षिका पंडरी बाई की बेटी हैं। उनकी मां ने बताया कि जब आकांक्षा छोटी थी, तभी उन्होंने उसकी क्रिकेट में रुचि को पहचाना और उसे कोचिंग दिलाई। उनकी कड़ी मेहनत और लगन ने आकांक्षा को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई है।

पंडरी बाई न सिर्फ अपनी बेटी की कोचिंग पर ध्यान केंद्रित करती रहीं, बल्कि उन्होंने छात्रावास की अन्य बच्चियों में भी छिपी हुई खेल प्रतिभा को पहचाना। उन्होंने छात्रावास में एक अभ्यास पिच बनवाई और अपनी बेटी एवं उसके कोच की मदद से बच्चियों की क्रिकेट ट्रेनिंग शुरू करवाई।

इसका परिणाम जल्द ही सामने आया, जब छात्रावास की तीन बच्चियों एंजल लकड़ा, झुमुर तिर्की और वर्षा बाईका चयन राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता 2024-25 में उत्कृष्ट प्रदर्शन के आधार पर राष्ट्रीय अंडर-17 महिला क्रिकेट टीम में हुआ। इन खिलाड़ियों ने अम्बिकापुर में आयोजित राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में रजत पदक जीता और अब वे आगामी राष्ट्रीय अंडर-17 क्रिकेट प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगी।

आकांक्षा रानी की यह सफलता न केवल उनके व्यक्तिगत जीवन की उपलब्धि है, बल्कि उनके समुदाय और पूरे छत्तीसगढ़ के लिए गर्व का विषय है। उनकी कहानी यह दिखाती है कि मेहनत, समर्पण और सही मार्गदर्शन से किसी भी चुनौती को पार किया जा सकता है।