राजा भइया पहुंचे बागेश्वर धाम, महंत धीरेन्द्र शास्त्री से की विशेष भेंट

कुंडा (प्रतापगढ़), 20 अक्टूबर 2024। प्रतापगढ़ जिले की कुंडा विधानसभा सीट से विधायक और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भइया ने बागेश्वर धाम में दर्शन-पूजन किया और बागेश्वर धाम के महंत आचार्य धीरेन्द्र शास्त्री से मुलाकात की। इस महत्वपूर्ण धार्मिक यात्रा के दौरान राजा भइया के साथ उनके दोनों पुत्र भी मौजूद थे। राजा भइया की इस धार्मिक यात्रा ने क्षेत्र में श्रद्धालुओं और राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बना दिया है।

राजा भइया की इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य बागेश्वर धाम में पूजन और आचार्य धीरेन्द्र शास्त्री से आशीर्वाद प्राप्त करना था। राजा भइया, जो राजनीति में अपनी मजबूत पकड़ और कुंडा क्षेत्र में अपनी लोकप्रियता के लिए जाने जाते हैं, अपनी धार्मिक आस्था के लिए भी चर्चित रहे हैं। बागेश्वर धाम पहुंचते ही राजा भइया ने पूरे विधि-विधान से पूजा-अर्चना की और अपने परिवार के साथ बागेश्वर धाम के महंत धीरेन्द्र शास्त्री से मुलाकात की।

श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों की भारी भीड़ ने राजा भइया का स्वागत किया। इस अवसर पर मंदिर परिसर में विशेष पूजा का आयोजन किया गया, जिसमें राजा भइया ने भाग लिया और अपने परिवार के लिए मंगलकामना की। राजा भइया के साथ उनके दोनों पुत्रों की उपस्थिति ने इस यात्रा को और भी महत्वपूर्ण बना दिया, क्योंकि यह धार्मिक यात्रा राजनीतिक और पारिवारिक जुड़ाव का प्रतीक मानी जा रही है।

राजा भइया और बागेश्वर धाम के महंत धीरेन्द्र शास्त्री के बीच की मुलाकात खास महत्व रखती है। धीरेन्द्र शास्त्री देशभर में अपने आध्यात्मिक प्रवचनों और धार्मिक आयोजनों के लिए प्रसिद्ध हैं, और उनके अनुयायियों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। इस मुलाकात के दौरान दोनों के बीच धार्मिक और सामाजिक विषयों पर बातचीत हुई। महंत धीरेन्द्र शास्त्री ने राजा भइया और उनके परिवार को आशीर्वाद दिया और उनके सामाजिक और राजनीतिक कार्यों की सराहना की।

राजा भइया ने महंत धीरेन्द्र शास्त्री से मुलाकात के बाद कहा, मैं बहुत सौभाग्यशाली महसूस कर रहा हूं कि मुझे बागेश्वर धाम में दर्शन करने और महंत धीरेन्द्र शास्त्री से आशीर्वाद प्राप्त करने का अवसर मिला। यह स्थान आध्यात्मिक ऊर्जा से भरा हुआ है और यहां आकर मन को असीम शांति मिली। महंत जी से मिलना और उनका आशीर्वाद पाना मेरे और मेरे परिवार के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।

राजा भइया की इस यात्रा ने न केवल उनके अनुयायियों और समर्थकों में उत्साह बढ़ाया है, बल्कि राजनीतिक गलियारों में भी चर्चाओं का दौर शुरू कर दिया है। राजा भइया अपनी मजबूत राजनीतिक पकड़ के अलावा, समाजसेवा और धार्मिक आयोजनों में भी सक्रिय रूप से शामिल होते रहे हैं। उनकी यह यात्रा न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि इससे उनकी समाज में गहरी जड़ें और आध्यात्मिकता के प्रति जुड़ाव भी स्पष्ट होता है।

इस यात्रा ने उनके राजनीतिक समर्थकों के बीच भी सकारात्मक संदेश भेजा है। राजा भइया के समर्थकों का मानना है कि यह यात्रा उनके नेतृत्व में सकारात्मकता और सामाजिक सेवा के नए आयाम खोलने की दिशा में एक और कदम है।

राजा भइया के बागेश्वर धाम आगमन से स्थानीय समुदाय में विशेष उत्साह देखा गया। मंदिर परिसर में सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे, जिन्होंने राजा भइया का स्वागत किया और उनके दर्शन का लाभ उठाया। राजा भइया के प्रति लोगों की श्रद्धा और आस्था का प्रमाण उनके स्वागत में दिखी विशाल भीड़ थी।

धार्मिक आयोजनों में राजा भइया की यह भागीदारी उनकी सादगी और सामाजिक जुड़ाव को दशार्ती है। इससे न केवल उनके प्रति जनता का भरोसा मजबूत होता है, बल्कि यह उनके व्यक्तित्व का एक अहम पहलू भी उजागर करता है।

राजा भइया की इस धार्मिक यात्रा के बाद उनके समर्थकों में इस बात को लेकर भी चर्चा है कि आगे चलकर वे समाज सेवा और धार्मिक आयोजनों में और अधिक सक्रिय होंगे। बागेश्वर धाम की यह यात्रा उनके अनुयायियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी है।