गौरा (प्रतापगढ़), 24 मार्च 2025। स्वस्थ समाज की नींव जागरूकता पर टिकी होती है, और जब शिक्षा व स्वास्थ्य एक साथ कदम बढ़ाते हैं, तो परिवर्तन की दिशा स्वयं स्पष्ट हो जाती है। इसी संकल्प को मूर्त रूप देने के लिए खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय संडिला में संचारी रोग नियंत्रण अभियान को प्रभावी बनाने हेतु शिक्षकों के लिए एक अभिमुखीकरण कार्यशाला का आयोजन 24 मार्च को किया गया।
इस अभियान की अगुवाई सीएचसी गौरा के अधीक्षक डॉ. अजय कुमार सिंह ने की, जिनका मानना है कि शिक्षक सिर्फ ज्ञान के स्रोत ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य जागरूकता के महत्वपूर्ण वाहक भी होते हैं। इस कार्यशाला में खंड शिक्षा अधिकारी अमित दुबे, बीएमसी नरेंद्र कुमार मिश्रा, डॉ. विकास दीप पटेल, एआरओ आशीष कुमार और स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी मनोज सहाय की विशेष उपस्थिति रही।
अप्रैल का महीना संचारी रोगों पर नियंत्रण के लिए एक नए संघर्ष का गवाह बनेगा। 1 से 30 अप्रैल तक चलने वाले इस अभियान के तहत 10 से 30 अप्रैल तक ‘दस्तक अभियान’ भी संचालित किया जाएगा। इस अभियान के दौरान शिक्षक स्कूलों में बच्चों और उनके अभिभावकों को वेक्टर जनित रोगों, बुखार और जलजनित बीमारियों से बचाव के उपायों के प्रति जागरूक करेंगे।
शिक्षा केवल किताबों तक सीमित नहीं होती, यह जीवन जीने की कला भी सिखाती है। इसी सोच के तहत शिक्षकों को इस अभियान का अभिन्न हिस्सा बनाया गया है, ताकि वे अपने विद्यार्थियों और उनके परिवारों को साफ-सफाई, सुरक्षित पेयजल, मच्छरों से बचाव और बुखार के लक्षणों की पहचान के बारे में जागरूक कर सकें।
यह अभियान सिर्फ एक सरकारी पहल नहीं, बल्कि स्वस्थ भविष्य की ओर बढ़ाया गया एक सामूहिक कदम है। जब शिक्षक, स्वास्थ्य विभाग और समाज एक साथ मिलकर काम करेंगे, तभी संचारी रोगों को जड़ से खत्म करने का सपना साकार होगा।