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वर्षा सिन्हा समेत कला केंद्र के छात्रों ने राज्योत्सव को बनाया यादगार

वर्षा सिन्हा ने छत्तीसगढ़ राज्योत्सव को बनाया यादगार

रायपुर, 6 नवंबर 2024। वर्षा सिन्हा समेत कला केंद्र के छात्रों ने राज्योत्सव को यादगार बना दिया। राज्योत्सव की शुरूआत होते ही कला केंद्र के छात्र-छात्राओं में उत्साह का माहौल देखने को मिला। हर दिन उत्सव में कला केंद्र के छात्रों द्वारा विभिन्न कलाओं का बेहतरीन प्रदर्शन किया गया, जो दर्शकों के आकर्षण का केंद्र रहा।

विभिन्न प्रस्तुतियों में छात्रों ने अपनी कला और समर्पण का अद्भुत प्रदर्शन करते हुए दर्शकों का दिल जीत लिया। उत्सव के पहले दिन, जयूएमबा ग्रुप ने सड़क हादसों को रोकने के लिए जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से एक नाट्य प्रस्तुति दी। इस प्रस्तुति में उन्होंने सड़क सुरक्षा के महत्व को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया और दर्शकों को यातायात नियमों का पालन करने का संदेश दिया। उनकी प्रस्तुति में संदेश देने के साथ-साथ मनोरंजन का भी रंग था, जिसने सभी को प्रभावित किया।

वर्षा सिन्हा ने किया भारतनाट्यम

इसके बाद, 8 वर्षीय छात्रा वर्षा सिन्हा ने अपनी भारतनाट्यम नृत्य प्रस्तुति से मंच पर समां बांध दिया। इतनी छोटी उम्र में उनकी प्रस्तुति में जो कुशलता और आत्मविश्वास दिखा, उसने सभी दर्शकों का मन मोह लिया। वर्षा की कला और समर्पण ने यह साबित कर दिया कि उम्र केवल एक संख्या है और कला के प्रति सच्ची लगन किसी भी उम्र में असाधारण प्रदर्शन कर सकती है।

अंतिम दिन ताइक्वांडो का प्रदर्शन

राज्योत्सव के अंतिम दिन, कला केंद्र के छात्र-छात्राओं ने ताइक्वांडो का प्रदर्शन कर अपनी शारीरिक क्षमता और आत्मरक्षा कौशल का प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन ने दर्शकों को ताइक्वांडो जैसी आत्मरक्षा कला के महत्व से परिचित कराया। कला केंद्र के छात्रों ने अनुशासन और समर्पण के साथ अपनी प्रस्तुति दी, जिसने उन्हें दर्शकों की भरपूर प्रशंसा दिलाई।

आदिवासी लोक नृत्य ने मन मोहा

अंतिम प्रस्तुति के रूप में आदिवासी लोक नृत्य का मनमोहक प्रदर्शन किया गया, जिसने राज्य उत्सव का समापन यादगार बना दिया। इस लोक नृत्य में छात्र-छात्राओं की टीम ने अपनी संस्कृति की खूबसूरती और परंपराओं को बखूबी दर्शाया। वर्षा सिन्हा, अंशिका गुप्ता, युवराज सिंह जोशी और सागर तारक जैसे प्रतिभाशाली छात्रों ने इस अद्वितीय प्रस्तुति में भाग लिया और सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनकी मेहनत और कला प्रेम को देखते हुए कला केंद्र के गुरुओं ने उन्हें उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।