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फाइलेरिया उन्मूलन हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों को दिया गया प्रशिक्षण

फाइलेरिया उन्मूलन हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों को दिया गया प्रशिक्षण

अमेठी, 12 नवंबर 2024। राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत बहादुरपुर ब्लॉक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फुरसतगंज में मंगलवार को एक दिवसीय प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य क्षेत्र में फाइलेरिया रोग के प्रति जागरूकता बढ़ाना और इसे रोकने के उपायों को प्रभावी बनाना था। स्वास्थ्य विभाग, स्वयंसेवी संस्था सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफॉर) और पाथ के सहयोग से आयोजित इस प्रशिक्षण में सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों (सीएचओ), एएनएम और आशा संगिनी ने भाग लिया।

फाइलेरिया की रोकथाम कैसे करें?

पाथ संस्था से जुड़े डॉ. शोएब ने फाइलेरिया रोग के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह मच्छरों के काटने से होने वाला एक लाइलाज रोग है, जो समय पर सावधानी नहीं बरतने पर व्यक्ति को दिव्यांग बना सकता है। इससे बचने का एकमात्र उपाय मच्छरों से बचाव और नियमित रूप से फाइलेरिया विरोधी दवा का सेवन करना है।

डॉ. शोएब ने बताया कि सर्वजन दवा सेवन (आईडीए) अभियान के तहत तीन साल तक लगातार साल में एक बार दवा का सेवन करने से इस बीमारी का जोखिम कम किया जा सकता है। इस दौरान आयुष्मान आरोग्य मंदिर और वीएचएसएनडी सत्रों पर सामुदायिक बैठकों के माध्यम से लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक करने पर जोर दिया गया।

प्रशिक्षण सत्र में डॉ. शोएब ने फाइलेरिया के कारण शरीर में सूजन और अंगों पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि नियमित व्यायाम और प्रभावित अंगों की उचित साफ-सफाई से इस बीमारी के संक्रमण को नियंत्रित किया जा सकता है। इस दौरान सीएचओ तरौना रंजना ने एमएमडीपी प्रदर्शन कर यह दिखाया कि फाइलेरिया प्रभावित अंगों की देखभाल और सफाई कैसे करनी चाहिए।

सामुदायिक जागरूकता पर जोर

जिला मलेरिया अधिकारी शेषधर द्विवेदी ने रोगी हितधारक मंच की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि इस मंच के माध्यम से प्रधान, कोटेदार, आशा कार्यकर्ता और प्रभावित रोगी समुदाय को जागरूक कर सकते हैं। इसके द्वारा रोगी अपनी पीड़ा साझा कर सकते हैं और समुदाय को फाइलेरिया की गंभीरता का अहसास करवा सकते हैं। इस जागरूकता अभियान से 2027 तक फाइलेरिया उन्मूलन के लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद मिलेगी।

इस कार्यक्रम में चिकित्सा अधीक्षक अभिषेक शुक्ला, उप जिला मलेरिया अधिकारी सुशील कुमार, बीसीपीएम अंबे साधना, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी सीबी सिंह, बीपीएम मनीष श्रीवास्तव और ब्लॉक के सभी एएनएम, सीएचओ, संगिनी और सीफॉर संस्था के सदस्य उपस्थित रहे।