प्रतापगढ़, 19 अप्रैल 2025। यूपी के प्रतापगढ़ जिले में अफसरों की मनमानी पर अंकुश नहीं लगा पा रहा है। जिले में तैनात एआरटीओ को इस बात तक की जानकारी नहीं है कि कामर्शियल बसों का परमिट रूट क्या है। यदि जानकारी है तो एआरटीओ इसे छिपाकर अनाधिकृत कमाई का खुलासा नहीं करना चाह रहे हैं।
मामले में नया पेंच तब आ गया जब जिले के डीएम शिव सहाय अवस्थी ने एआरटीओ से कामर्शियल बसों के परमिट रूट की जानकारी मांग ली। एआरटीओ डीएम शिव सहाय अवस्थी को इसकी जानकारी नहीं दे सके तो डीएम ने उन्हें भरी बैठक में फटकार लगाई।
हुआ यह कि डीएम शिव सहाय अवस्थी ने गुरूवार 17 अप्रैल को देर सायांकल कैम्प कार्यालय के सभागार में राजस्व प्रशासन एवं कर-करेत्तर राजस्व संग्रह की समीक्षा की। बैठक में जिलाधिकारी ने पिछली बैठक में दिये गये निर्देशों के अनुपालन के सम्बन्ध जानकारी प्राप्त की।
बैठक में डीएम ने परिवहन विभाग की समीक्षा में कामर्शियल बसों की परमिट के रूट के बारे में जानकारी ली गयी तो एआरटीओ द्वारा कोई स्पष्ट जवाब नही दे सके। इस पर डीएम ने एआरटीओ को कड़ी फटकार लगायी। डीएम ने एआरटीओ को निर्देशित किया कि अगली बैठक में मण्डलीय कार्यालय से सूची मंगाकर उपलब्ध करायें।