प्रतापगढ़, 20 अप्रैल 2025। उत्तर प्रदेश और देश के प्रमुख कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी की पुत्री आराधना मिश्रा, जिन्हें स्थानीय लोग स्नेह से मोना नाम से बुलाते हैं, का आज जन्मदिन है। इस अवसर पर धर्माचार्य ओम प्रकाश पांडेय अनिरुद्ध रामानुजदास उन्हें शुभकामनाएं और आशीर्वाद दिया।
धर्माचार्य ने कहा कि रामपुर खास विधानसभा से विधायक और उत्तर प्रदेश कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा ने अपनी मेहनत और समर्पण से न केवल प्रतापगढ़, बल्कि पूरे प्रदेश में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। प्रतापगढ़ का सामाजिक, धार्मिक और राजनीतिक इतिहास समृद्ध रहा है।
स्वतंत्रता के बाद इस जिले से चार महिलाएं विधायक बनीं: अमोला देवी (किसान रामपुर), शिव कुमारी दुबे (बीरापुर), शशि प्रभा सिंह (कुंडा), और आराधना मिश्रा (रामपुर खास)। इनमें आराधना मिश्रा ने इतिहास रचते हुए प्रतापगढ़ की पहली महिला के रूप में विधानमंडल दल की नेता का पद सुशोभित किया।
यह उपलब्धि न केवल उनके व्यक्तिगत संघर्ष, बल्कि उनके पिता प्रमोद तिवारी के संस्कारों, छोटी बहन डॉ. विजय श्री सोना और पति अंबिका मिश्रा के सहयोग का परिणाम है।
प्रमोद तिवारी ने रामपुर खास से नौ बार विधायक रहकर क्षेत्र को गौरवान्वित किया। उनकी बेटी आराधना ने 2014 में उपचुनाव, 2017 और 2022 में विधानसभा चुनाव जीतकर इस विरासत को आगे बढ़ाया। 2022 में उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी को 14,741 मतों से हराकर हैट्रिक बनाई। उनकी नेतृत्व क्षमता और जनसेवा ने उन्हें कांग्रेस हाईकमान का विश्वास दिलाया, जिसके चलते सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी ने उन्हें विधानमंडल दल की कमान सौंपी।
आराधना ने सामाजिक कार्यों में भी योगदान दिया है। वह सरयू समाज कल्याण संस्थान की सचिव हैं और दिव्यांगों के लिए शिविर व मुफ्त नेत्र शिविर आयोजित करती हैं। उनकी शैक्षिक योग्यता में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से बी.कॉम, एमबीए और मानवाधिकार में स्नातकोत्तर शामिल हैं।
प्रतापगढ़ ने पहले भी प्रमोद तिवारी, राजाराम पांडेय, रघुराज प्रताप सिंह, स्वामी प्रसाद मौर्य और विंध्यवासिनी कुमार श्रीवास्तव जैसे नेताओं के माध्यम से राजनीतिक ऊंचाइयों को छुआ। आज आराधना मिश्रा इस गौरव को नई ऊंचाइयों पर ले जा रही हैं।