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गुलाबी खंजर उपन्यास का कवर लॉन्च, कहानी में वीरता, रहस्य और दुविधाओं का अनूठा संगम

गुलाबी खंजर उपन्यास का कवर लॉन्च, कहानी में वीरता, रहस्य और दुविधाओं का अनूठा संगम

रायपुर, 27 नवंबर 2024। बहुप्रतीक्षित ऐतिहासिक क्राइम फिक्शन गुलाबी खंजर (द पिंक डैगर) का कवर एक भव्य कार्यक्रम में लॉन्च किया गया। इस किताब को दिलीप पांडे, रोहित सकुनिया और चंचल शर्मा ने मिलकर लिखा है।

कार्यक्रम का संचालन पत्रकार शम्स ताहिर खान ने किया। साहित्यिक जगत के चर्चित नाम मनोज राजन त्रिपाठी, सत्य व्यास और गौतम राजऋषि ने भी इस आयोजन में भाग लिया और लेखकों की प्रशंसा की।

तीन भागों की सीरीज का पहला उपन्यास गुलाबी खंजर ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और कल्पनाशीलता का बेजोड़ मेल है। यह कहानी पाठकों को नैतिकता की गहराइयों में ले जाती है, जहां नायक और खलनायक के बीच फर्क करना मुश्किल हो जाता है। 1,40,000 शब्दों में बुनी यह किताब वीरता, रिश्तों और नैतिक संघर्षों की जटिलता को उजागर करती है।

किताब का कवर डिज़ाइन इसके रहस्यमय कथानक का प्रतीक है। लेखकों ने इसे ऐसा बनाया है जो कहानी की झलक देता है, लेकिन पूरा रहस्य नहीं खोलता।

लेखकों में दिलीप पांडे, राजनेता और लेखक हैं। वह चार किताबें लिख चुके हैं और भारत की संस्कृति एवं इतिहास पर गहरी समझ रखते हैं। रोहित सकुनिया, आर्ट-ई मीडिया के संस्थापक हैं। उनकी उद्यमशीलता और नई सोच ने कहानी में नवीनता भरी है। चंचल शर्मा, योग शिक्षिका और लेखिका हैं। उनकी आध्यात्मिकता ने कहानी को गहराई और एक विशेष आयाम दिया है।

सत्य व्यास ने कहा, गुलाबी खंजर अपनी शैली और कथानक से एक अलग मुकाम हासिल करेगा। गौतम राजऋषि ने कहा कि इस किताब में इतिहास और कल्पना का अनूठा संतुलन है। यह पुस्तक तीन भागों की श्रृंखला का आरंभिक अध्याय है। पाठकों में इसके आगामी भागों के लिए उत्सुकता पहले से ही बढ़ गई है।

गुलाबी खंजर साहित्य प्रेमियों के लिए एक नया रोमांचकारी अनुभव लेकर आया है, जो वीरता, रहस्य और जटिल मानवीय भावनाओं की गहराई में ले जाएगा।