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उन्नति के लिए नागरिक कर्तव्यों का पालन करें : अशोक उपाध्याय

उन्नति के लिए नागरिक कर्तव्यों का पालन करें : अशोक उपाध्याय

प्रतापगढ़, 1 सितंबर 2024। प्रतापगढ़ नगर स्थित रॉयल गार्डन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा राष्ट्र उन्नति का आधार: नागरिक कर्तव्य विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में क्षेत्र कुटुंब प्रबोधन संयोजक, पूर्वी उत्तर प्रदेश, अशोक उपाध्याय मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। संगोष्ठी की अध्यक्षता राजेश खंडेलवाल ने की, जबकि विभाग संघचालक रमेश चंद्र त्रिपाठी भी प्रमुख अतिथि के रूप में उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर सुनील प्रताप सिंह ने किया।

संगोष्ठी का शुभारंभ भारत माता के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर समाज के विभिन्न वर्गों के प्रतिष्ठित व्यक्तित्व, जैसे शिक्षक, अधिवक्ता, कृषक, व्यवसायी, चिकित्सक और मातृशक्ति, बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

मुख्य वक्ता अशोक उपाध्याय ने अपने संबोधन में नागरिक कर्तव्यों के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, आज के वैश्विक परिप्रेक्ष्य में, सज्जन शक्तियों का अभाव और दायित्वों से भटकाव साफ नजर आ रहा है। जबकि दुनिया अपने अधिकारों की बात कर रही है, हिंदुस्तान ऐसा देश है जहां लोग अपने दायित्वों का भी बखूबी निर्वहन करते हैं। लेकिन आज के समय में एक स्वस्थ नागरिक का क्या कर्तव्य होना चाहिए, इस विषय पर समाज में कमी दिख रही है।

उन्होंने आगे कहा, राष्ट्र की उन्नति के लिए आवश्यक है कि हम अपने बाल्यकाल से ही नागरिक कर्तव्यों का पालन करें। समाज के बुद्धिजीवी प्राणी होने के नाते हमारा दायित्व बनता है कि हम कोई ऐसा कार्य न करें जिससे राष्ट्र की उन्नति में बाधा आए। संविधान का पालन, राष्ट्रीय ध्वज और राष्ट्रगान का सम्मान, स्वतंत्रता संग्राम के सिद्धांतों का पालन और राष्ट्रीय विचारधारा के मार्ग पर चलना हमारा परम कर्तव्य है।

संगोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे राजेश खंडेलवाल ने कहा, हमारा कर्तव्य है कि देश का हर व्यक्ति भूखा न रहे, सार्वजनिक संपत्ति की रक्षा करें, और सुशासन के लिए अपने मताधिकार का सही प्रयोग करें। भारत को स्वच्छ राष्ट्र के रूप में आगे बढ़ाने के लिए हमें निरंतर प्रयासरत रहना चाहिए।

इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अन्य प्रमुख पदाधिकारी जैसे हरीश कुमार, जिला प्रचारक प्रवीण, हेमंत कुमार, प्रभा शंकर पाण्डेय, अशोक, कार्तिकेय, राघवेंद्र, अंकुर, विवेकानंद और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी संगोष्ठी में भाग लिया और अपने विचार साझा किए।

संगोष्ठी के प्रमुख बिंदु

  • पर्यावरण की रक्षा: अशोक उपाध्याय ने पर्यावरण संरक्षण को भी एक प्रमुख नागरिक कर्तव्य बताया और आने वाली पीढ़ी में वैज्ञानिक सोच उत्पन्न करने पर बल दिया।
  • वसुधैव कुटुंबकम की भावना: उन्होंने भारत की वसुधैव कुटुंबकम की भावना को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर भी जोर दिया, जिससे संपूर्ण पृथ्वी को अपना परिवार माना जा सके।
  • सार्वजनिक संपत्ति की रक्षा: सार्वजनिक संपत्ति की सुरक्षा के प्रति संकल्पित रहने की अपील की गई, ताकि समाज की प्रगति में बाधा न आए।

प्रतापगढ़ में आयोजित इस संगोष्ठी ने नागरिक कर्तव्यों के महत्व और राष्ट्र उन्नति में उनकी भूमिका को रेखांकित किया। यह कार्यक्रम न केवल नागरिकों को उनके दायित्वों के प्रति जागरूक करने का एक माध्यम बना, बल्कि यह भी स्पष्ट किया कि एक स्वस्थ और प्रगतिशील समाज के निर्माण में नागरिक कर्तव्यों का पालन कितना महत्वपूर्ण है। ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से समाज में जागरूकता और एकता को बढ़ावा देना आवश्यक है, जिससे देश की उन्नति सुनिश्चित की जा सके।

यह लोग उपस्थित रहे

संगोष्ठी में जिला प्रचार प्रमुख अंकुर, नगर प्रचारक विवेकानंद, नगर कार्यवाह शिवकुमार, बंदना मिश्रा ,, अनुराधा केसरवानी, पूर्व विधायक लक्ष्मी नारायण पाण्डेय गुरुजी, शिव शंकर सिंह, अवधेश मिश्रा, देवानंद त्रिपाठी, अशोक राय, प्रभात मिश्रा, पंकज कुमार, सतीश, रवीश, अजय पांडे, अंकित, रामसेवक त्रिपाठी, डॉक्टर जे पी वर्मा, कवि सुरेश संभव, राजेश मिश्र, राधेश्याम शुक्ला, विजय मिश्र, विजय गुप्ता, डॉक्टर अनूप, ओम प्रकाश त्रिपाठी, अमित ओझा, पियुष्कांत शर्मा, विनोद त्रिपाठी, अर्पित खंडेलवाल, विजय पटेल, विजय दुबे, ध्रुव, रविकांत, अवनीश, दीपकदेव, सुमित, रवि, क्षमा, डॉक्टर सिमरन, बबिता, कल्पना, महेश गुप्ता, शिवेश, प्रभात, रामचंद्र आदि उपस्थित रहे।