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प्रतापगढ़ मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल में अनाधिकृत प्रवेश पर सख्ती, सुरक्षा को लेकर कड़े कदम

प्रतापगढ़ मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल में अनाधिकृत प्रवेश पर सख्ती, सुरक्षा को लेकर कड़े कदम

प्रतापगढ़, 1 सितंबर 2024। उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में स्थित डॉ. सोने लाल पटेल स्वशासी मेडिकल कॉलेज और उससे संबद्ध राजा प्रतापगढ़ बहादुर पुरुष और महिला अस्पताल में सुरक्षा के मद्देनजर अनाधिकृत लोगों के प्रवेश पर सख्ती बढ़ा दी गई है। अब अस्पताल में भर्ती मरीज के साथ रात में केवल एक ही तीमारदार को रहने की अनुमति दी जाएगी।

बिना उचित कारण के परिसर में पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी, और उन्हें पुलिस के हवाले किया जा सकता है, जिससे उन्हें जेल भी हो सकती है।

यह निर्णय पश्चिम बंगाल में हाल ही में एक महिला डॉक्टर की नृशंस हत्या के बाद लिया गया है, जिससे अस्पतालों में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। इसी के मद्देनजर मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने यह कदम उठाया है।

मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सलिल कुमार श्रीवास्तव ने सभी संबंधित अस्पतालों के सीएमएस को एक आधिकारिक पत्र भेजा है, जिसमें सुरक्षा नियमों का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं।

अस्पताल प्रशासन ने नोट किया है कि कई बार लोग बिना किसी आवश्यक कार्य के अस्पताल में प्रवेश कर जाते हैं। मरीज के साथ आने वाले तीमारदारों की संख्या भी अत्यधिक होती है, जिससे वार्डों में बेड पर भीड़ जमा हो जाती है।

इस स्थिति में मरीज और उनके तीमारदारों की पहचान करना कठिन हो जाता है, जिससे अस्पताल की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है। इसके अलावा, ऐसी भीड़ में उपद्रवी तत्व और चोर-उचक्के भी शामिल हो सकते हैं, जो अस्पताल की संपत्ति और मरीजों के लिए खतरा बन सकते हैं।

मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने छात्रों को सख्त हिदायत दी है कि वे समय पर कैंपस में लौटें और बाहरी व्यक्तियों को परिसर में प्रवेश की अनुमति न दें। सुरक्षा कर्मियों को भी निर्देश दिया गया है कि वे अनाधिकृत व्यक्तियों को परिसर में प्रवेश से रोकें और परिसर और वार्डों में लगातार निगरानी रखें।

रात में केवल एक तीमारदार को अनुमति

मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सलिल कुमार श्रीवास्तव ने कहा, सुरक्षा की दृष्टि से यह फैसला लिया गया है। कोई भी अनाधिकृत व्यक्ति मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में दाखिल नहीं होगा। रात में केवल एक ही तीमारदार को मरीज के साथ रहने की अनुमति होगी।

सुरक्षा कर्मियों को सख्त हिदायत दी गई है कि किसी भी बाहरी व्यक्ति को बिना उचित कारण के परिसर में प्रवेश न करने दें, और अगर कोई अनाधिकृत व्यक्ति पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

इस कदम से उम्मीद है कि अस्पताल में सुरक्षा बढ़ेगी और मरीजों के साथ-साथ अस्पताल के कर्मचारियों का भी सुरक्षा का माहौल सुनिश्चित किया जा सकेगा।