नई दिल्ली, 16 सितंबर 2024। बॉलीवुड अभिनेत्री अदिति राव हैदरी और अभिनेता सिद्धार्थ ने अपने प्रशंसकों को उस समय चौंका दिया जब उन्होंने अपने रिश्ते को आधिकारिक रूप से शादीशुदा घोषित कर दिया। दोनों ने वानापर्थी के 400 साल पुराने मंदिर में एक निजी और पारंपरिक समारोह में शादी की शपथ ली। इस विवाह समारोह में केवल करीबी दोस्तों और परिवार के सदस्यों को ही आमंत्रित किया गया था, जिससे यह विवाह एक निजी और अंतरंग अनुभव बन गया।
अदिति और सिद्धार्थ का विवाह एक ऐतिहासिक और पवित्र स्थान पर हुआ, जो उनकी परंपराओं और संस्कृति के प्रति सम्मान को दर्शाता है। वानापर्थी के इस 400 साल पुराने मंदिर में शादी करने का फैसला उनकी जड़ों से जुड़े रहने और भारतीय संस्कृति की समृद्ध धरोहर को संजोने की कोशिश का हिस्सा था।
शादी के कुछ ही समय बाद, इस जोड़े ने सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीरें साझा कीं, जो देखते ही देखते वायरल हो गईं। तस्वीरों में दोनों एक-दूसरे के साथ बेहद खुश और संतुष्ट नजर आए। उन्होंने इंस्टाग्राम पर अपनी शादी की तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा, तुम मेरे सूरज, मेरे चाँद और मेरे सभी सितारे हो… हमेशा के लिए पिक्सी सोलमेट बने रहना… हंसी-मज़ाक, कभी बड़े न होना… हमेशा के लिए प्यार, रोशनी और जादू। मिसेज और मिस्टर अदु-सिद्धू।
अदिति राव हैदरी और सिद्धार्थ ने अपने विवाह के दौरान पारंपरिक परिधानों को अपनाया। अदिति ने बारीक़ डिज़ाइन वाली सुनहरी साड़ी पहनी, जिसमें वह बेहद खूबसूरत लग रही थीं। वहीं, सिद्धार्थ ने सफ़ेद कुर्ता और मैचिंग धोती पहनी, जो उनकी सादगी और परंपरा के प्रति उनके प्रेम को दर्शाता है।
अदिति और सिद्धार्थ की शादी का माहौल बिल्कुल सादगी और परंपरा से भरा हुआ था। शादी की शपथ लेते समय दोनों के चेहरे पर जो खुशी थी, वह उनकी केमिस्ट्री को दर्शा रही थी। अदिति और सिद्धार्थ ने पहले ही अपने रिश्ते को लेकर चर्चाएं बटोरी थीं, और अब उनके विवाह ने इन चर्चाओं पर पूर्ण विराम लगा दिया है।
अदिति राव हैदरी और सिद्धार्थ का विवाह फिल्म इंडस्ट्री में एक नई जोड़ी के रूप में देखा जा रहा है। उनके प्रशंसक और करीबी दोस्त उन्हें इस नए सफर के लिए ढेरों शुभकामनाएं दे रहे हैं। दोनों ने अपने विवाह में सादगी, पारंपरिकता और निजीपन को प्राथमिकता दी, जो आज के समय में एक अनूठी मिसाल है।
इस विवाह ने यह साबित कर दिया कि प्यार को दिखाने के लिए भव्यता की नहीं, बल्कि सच्ची भावनाओं और आपसी समझ की आवश्यकता होती है। अदिति और सिद्धार्थ का यह कदम न केवल उनके लिए, बल्कि उनके प्रशंसकों और समाज के लिए भी प्रेरणादायक है।