महाकुंभनगर, 27 जनवरी 2025। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को संगम में संत समाज के साथ वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पवित्र डुबकी लगाई। इस दौरान गृहमंत्री के साथ उनकी पत्नी, पुत्र, पुत्रवधु और पोतियां भी मौजूद रहीं।
संतों ने गृहमंत्री और मुख्यमंत्री को वैदिक विधि से स्नान कराया और मां गंगा का जल छिड़कते हुए पूजा-अचर्ना कराई। स्नान के बाद दोनों नेताओं ने संगम पर विशेष पूजा की और संगम आरती में हिस्सा लिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी ने गृहमंत्री को चांदी का कुंभ कलश भेंट किया।
संगम पर गृहमंत्री और मुख्यमंत्री ने भगवा वस्त्र पहनकर जूना पीठाधीश्वर अवधेशानंद गिरी, निरंजनी पीठाधीश्वर कैलाशानंद, अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी और बाबा रामदेव समेत अन्य संतों के साथ डुबकी लगाई। पूजन के दौरान हर हर महादेव और मां गंगा के जयकारे गूंजे।
साइबेरियन पक्षियों को दाना और क्रूज यात्रा
गृहमंत्री और मुख्यमंत्री ने अरैल स्थित वीआईपी घाट से संगम में प्रवेश किया। उन्होंने क्रूज की सवारी करते हुए मां गंगा को प्रणाम किया और साइबेरियन पक्षियों को दाना खिलाया। क्रूज पर बने विशेष कक्ष में उन्होंने संत समाज के साथ महाकुंभ पर मंत्रणा की।
योग और विशेष आरती का आयोजन
संगम स्नान के बाद बाबा रामदेव ने मुख्यमंत्री योगी का हाथ पकड़कर उन्हें विशेष योगासन ताड़ासन कराया। वहीं, संत समाज ने गृहमंत्री के परिवार के सबसे छोटे सदस्य को आशीर्वाद दिया।
इस आयोजन में अखाड़ा परिषद के प्रमुख महंतों, जूना अखाड़े के हरिगिरि, बाबा रामदेव, और अन्य संतों ने हिस्सा लिया। पूजन और आरती के बाद गृहमंत्री और मुख्यमंत्री अक्षय वट के दर्शन के लिए रवाना हुए।
यह आयोजन धार्मिक आस्था और कुम्भ परंपरा का अनुपम उदाहरण था, जिसमें गंगा-यमुना और सरस्वती के संगम की महिमा का साक्षात अनुभव किया गया।