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अर्पित शुक्ल ने 17 भाषाओं में पुस्तक लिखकर प्रतापगढ़ को दी वैश्विक पहचान

अर्पित शुक्ल ने 17 भाषाओं में पुस्तक लिखकर प्रतापगढ़ को दी वैश्विक पहचान

प्रतापगढ़, 7 नवंबर 2024। अर्पित शुक्ल ने दुनिया की 17 भाषाओं में पुस्तक लिखकर प्रतापगढ़ को वैश्विक स्तर पहचान प्रदान की है। अर्पित शुक्ल यूपी के प्रतापगढ़ जिले के रानीगंज तहसील क्षेत्र के प्रीतम तिवारीपुर के रहने वाले हैं।

अर्पित वर्तमान में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर केन्द्रीय विश्वविद्यालय प्रयागराज से अंग्रेजी साहित्य से पीजी कर रहे हैं। अर्पित के पिता डॉ संतोष कुमार शुक्ल प्रयागराज के ही यमुनापार में स्थित एक इंटर कालेज के प्रधानाचार्य हैं।

बाबा साहब भीमराव अंबेडकर केन्द्रीय विश्वविद्यालय प्रयागराज से अंग्रेजी साहित्य से पीजी कर रहे अर्पित ने 17 भाषाओं में पुस्तक लिखी है। जिन भाषाओं में उन्होंने पुस्तक लिखी हैं उनमें हिंदी, संस्कृत, जर्मन, तुर्की, फ्रेंच, इतालवी, स्पेनिश, हिब्रू, स्वाहेली, वियतनामी, डेनिश, अरबी, जापानी, रूसी, पुर्तगाली, चीनी और कोरियाई हैं। इनमें हिंदी और संस्कृत को छोड़कर 15 विदेशी भाषाएं हैं।

अर्पित शुक्ल ने रिकार्ड उस समय बनाया जब सभी 17 भाषा में लिखी पुस्तकों को विमोचन उन्होंने एक साथ किया। अर्पित के इस कदम से प्रतापगढ़ को वैश्विक स्तर पर पहचान मिली है।