बलूचिस्तान, 13 जनवरी 2025। बलूच यकजेहती समिति (बीवाईसी) ने प्रमुख मानवाधिकार नेता सम्मी दीन बलूच के एक वीडियो संदेश को साझा करते हुए 25 जनवरी को बलूच नरसंहार स्मरण दिवस मनाने के लिए बलूच समुदाय से बड़ी संख्या में एकत्रित होने का आह्वान किया है।
बीवाईसी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, यह दिन उन पीड़ितों को याद करने का है, जिन्होंने बलूच नरसंहार के तहत अपना जीवन गंवाया। दलबंदिन में आयोजित समारोह में शामिल होकर, हम दुनिया को यह संदेश देना चाहते हैं कि बलूच लोग लंबे समय से दमन और शोषण का सामना कर रहे हैं।
अपने वीडियो संदेश में, सम्मी बलूच ने बलूच लोगों की समस्याओं पर प्रकाश डाला और बताया कि राज्य द्वारा उनके समुदाय पर वर्षों से दमन और अन्याय किया जा रहा है। उन्होंने कहा, राज्य ने हमारी शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य सेवाओं को उपेक्षित कर दिया है। हमारे प्राकृतिक संसाधनों को लूटा जा रहा है और हमारे लोगों को बुनियादी अधिकारों से वंचित रखा गया है।
उन्होंने बलूच राष्ट्र से दलबंदिन में आयोजित समारोह में भाग लेने की अपील करते हुए कहा, यह समय है कि हम अपनी पीड़ा और अधिकारों की मांग के लिए एकजुट हों।
बीवाईसी ने कहा कि बलूच लोग दशकों से चुन-चुनकर मारे जा रहे हैं। हमारे घरों की पवित्रता का उल्लंघन किया गया है, हमारी संस्कृति और परंपराओं का अपमान किया गया है, और हमें बुनियादी जरूरतों से वंचित रखा गया है। हजारों लोगों को जबरन गायब कर दिया गया है, लक्षित हत्याएं की गई हैं और फर्जी मुठभेड़ों में मारा गया है।
बीवाईसी ने 25 जनवरी को दलबंदिन में एक भव्य जनसभा आयोजित करने की योजना बनाई है। इस दिन का उद्देश्य उन शहीदों को याद करना है, जिन्होंने बलूच नरसंहार की नीति का सामना किया। साथ ही, यह दुनिया को यह दिखाने का प्रयास है कि बलूच लोग अपने अधिकारों और अस्तित्व के लिए लड़ रहे हैं।
बलूच नरसंहार स्मरण दिवस बलूचिस्तान के लोगों की पीड़ा और उनके अधिकारों के लिए आवाज उठाने का प्रतीक है। सम्मी बलूच और बीवाईसी का यह आह्वान बलूच राष्ट्र को एकजुट करने और अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकर्षित करने का प्रयास है।