न्यूयार्क, 26 सितंबर 2024। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अमेरिका को आगे ले जाने के लिए युवा पीढ़ी का आहवान किया है। यूएन महासभा में उन्होंने कहा कि मैं राष्ट्रपति के रूप में चौथी बार यूएन महासभा को संबोधित कर रहा हूं। और यह आखिरी मौक़ा होगा। 50 से अधिक वर्षों की जनसेवा के बाद मैंने तय किया कि अब समय आ गया है कि एक नई पीढ़ी हमारे देश को आगे ले जाए। क्योंकि कुछ चीजें सत्ता में बने रहने से ज़्यादा अहम होती हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि जब हम इतने सारे बदलावों से गुज़र रहे हैं, एक चीज़ नहीं बदलनी चाहिए। हमें कभी नहीं भूलना चाहिए कि हम यहां किनका प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। उनसे हमारे संविधान के पहले शब्द बने हैं अमेरिका का मूल विचार और संयुक्तराष्ट्र चार्टर के आरंभिक शब्दों की प्रेरणा: हम लोग।
भविष्य उन लोगों का होगा जो अपने लोगों की पूरी क्षमता का उपयोग करेंगे। आज़ाद हवा में सांस लेना। मुक्त चिंतन करना। नवाचार अपनाना। शिक्षित करना। खुलकर जीना और प्यार करना, बिना डरे। यही लोकतंत्र की आत्मा है। ये किसी एक देश का नहीं है।
व्हाइट हाउस ने अपने बयान में कहा कि पदभार संभालने के दिन से ही राष्ट्रपति बाइडेन दुनिया भर में अमेरिकी नेतृत्व को बहाल करने के लिए प्रतिबद्ध रहे हैं। संयुक्तराष्ट्र महासभा के 79वें सत्र में, उन्होंने दुनिया की सबसे बड़ी चुनौतियों से निपटने के लिए वैश्विक पहल को बढ़ावा देना जारी रखा।