वरिष्ठ साहित्यकार स्व. चन्द्रमणि पांडेय की जयंती पर सत्प्रेरणा कार्यक्रम आयोजित, समाज और साहित्य को समर्पित जीवन का हुआ स्मरण
प्रतापगढ़, 18 सितंबर 2024। साहित्यिक, सामाजिक, और आध्यात्मिक प्रेरणा के संवाहक, वरिष्ठ साहित्यकार स्व. चन्द्रमणि पांडेय ‘चन्द्र’ की जयंती के अवसर पर एक प्रेरणादायी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि सदर विधायक राजेंद्र कुमार मौर्य ने स्व. चंद्रमणि जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वे समाज में एक आदर्श व्यक्तित्व थे। उन्होंने हिंदी साहित्य की उत्कृष्ट रचनाओं के साथ-साथ अध्यात्म के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय योगदान दिया।
वरिष्ठ भाजपा नेता और सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता आलोक कुमार पांडेय ने स्व. चंद्रमणि पांडेय के विराट व्यक्तित्व की सराहना करते हुए कहा कि समाज और राष्ट्र से संबंधित ज्वलंत विषयों पर उन्होंने अनेक रचनाएँ कीं। सरलता और सहजता की प्रतिमूर्ति चंद्रमणि पांडेय का पूरा जीवन प्रेरणादायक है। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम हम सभी के लिए एक संकल्प दिवस है, जहां से हम समाज को सत्य के मार्ग पर ले चलने और यशस्वी राष्ट्र के निर्माण में योगदान देने का संकल्प लेते हैं। यह जयंती समारोह आने वाले वर्षों में भी इसी तरह अनवरत चलता रहेगा।
कार्यक्रम में काव्य गोष्ठी का शुभारंभ बच्चा बाबू की वाणी वंदना से हुआ। वरिष्ठ साहित्यकार सुनील प्रभाकर ने अपने संस्मरण सुनाते हुए कहा कि स्व. चंद्रमणि पांडेय हमेशा दूसरों को उत्साहित करते थे। इस अवसर पर कई साहित्यकारों ने अपनी कविताओं से समां बांधा। शीतला प्रसाद सुजान ने अपनी पंक्तियों से सभी को भाव-विभोर कर दिया, वहीं जौनपुर से आए निर्मल नदीम ने अपने शेरों से महफिल में जान डाल दी। युवा साहित्यकार सर्वेश सिंह की कविताओं ने भी श्रोताओं की खूब वाहवाही बटोरी।
नारी शक्ति का किया गया सम्मान
समारोह में समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले लोगों और नारी शक्ति को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सुखदेव तिवारी ने की और संचालन अनूप अनुपम ने किया। इस अवसर पर आयोजक डॉ. सौरभ पाण्डेय ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर भाजपा जिला अध्यक्ष आशीष श्रीवास्तव, भाजपा नेता दिनेश गुप्ता, सिंधुजा मिश्रा, डॉ. राकेश सिंह सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में प्रो. बृजभानु सिंह, डॉ. चेत प्रकाश पाण्डेय, पूर्व मंत्री अवधेश मिश्र, और अन्य प्रमुख हस्तियां भी उपस्थित थीं।
स्व. चंद्रमणि पांडेय ‘चन्द्र’ की जयंती पर आयोजित यह कार्यक्रम साहित्य, समाज, और अध्यात्म की दिशा में उनके योगदान को याद करने और उनसे प्रेरणा लेने का एक प्रयास था। उनका जीवन और कृतित्व आने वाली पीढ़ियों को सदैव प्रेरित करता रहेगा, और यह कार्यक्रम उनकी स्मृति को जीवंत रखने का संकल्प है।