रायपुर, 23 सितंबर 2024। छत्तीसगढ़ में ईडी, सीबीआई और ईओडब्ल्यू की सक्रियता के बाद, महादेव सट्टा ऐप के सटोरियों ने यूपी की राजधानी लखनऊ को अपना नया ठिकाना बना लिया। लखनऊ पुलिस ने इस गिरोह के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो सट्टा ऐप का संचालन कर रहे थे।
इस मामले का खुलासा तब हुआ जब महादेव ऐप से जुड़े इन सटोरियों ने दो कंप्यूटर विशेषज्ञों का प्रयागराज से अपहरण किया और उन्हें लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी में बंधक बना लिया।
कैसे खुला मामला
25 अगस्त 2024 को सट्टा घोटाले में शामिल आरोपियों ने नौकरी देने के बहाने दोनों युवकों को प्रयागराज बुलाकर अगवा कर लिया। करीब 8 दिनों तक बंधक बनाए गए एक युवक ने अपनी लोकेशन अपने चचेरे भाई को भेजी, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई कर दोनों को मुक्त कराया और गिरोह के 8 सदस्यों को गिरफ्तार किया।
पुलिस ने मौके से 4 लैपटॉप, 18 मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए। मामले में गिरोह के और सदस्यों की तलाश जारी है।
इनकी हुई गिरफ्तारी
इंस्पेक्टर अश्विनी मिश्र की टीम ने लोकेशन के आधार पर लोटस स्कूल के पास सेक्टर न्यू ए-4 स्थित एक घर पर छापा मारा। वहां से छत्तीसगढ़ दुर्ग निवासी राजा खां, जेवरा सिरसा निवासी सैलाब दीवान, खुर्सी पार लेबर कालोनी निवासी अमन सिंह, सेक्टर सात स्ट्रीट निवासी एम.सुज्वाय, राजा नारायण पाल, बाबा कॉलोनी निवासी महेश विश्वकर्मा, भिलाई पावर हाउस निवासी जितेंद्र साहू और सचिन कुमार शाह को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों के पास से चार लैपटॉप, 18 मोबाइल फोन, क्यूआर कोड, स्पीकर और मशीन बरामद हुई। पूछताछ में गिरोह के सरगना राजा खां ने बताया कि वे लोग महादेव बैटिंग ऐप से जुड़े हैं।