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यूपी के लखीमपुर में हुई भाजपा विधायक की पिटाई

यूपी के लखीमपुर में हुई भाजपा विधायक की पिटाई

लखनऊ, 9 अक्टूबर 2024। यूपी के लखीमपुर खीरी में लखीमपुर अर्बन कोऑपरेटिव बैंक के चुनाव को लेकर चल रहा तनाव बुधवार 9 अक्टूबर को हिंसक झड़प में तब्दील हो गया, जब भाजपा के दो गुट आपस में भिड़ गए। इस विवाद के दौरान सदर विधायक योगेश वर्मा पर बैंक की पूर्व अध्यक्ष पुष्पा सिंह के पति, जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अवधेश सिंह और उनके समर्थकों ने हमला कर दिया। मारपीट के बाद मौके पर भारी हंगामा हुआ, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई। हालात को काबू में करने के लिए कई थानों की पुलिस बल मौके पर पहुंची।

लखीमपुर अर्बन कोऑपरेटिव बैंक की प्रबंध समिति के चुनाव को लेकर मंगलवार से शुरू हुई तनातनी ने बुधवार को हिंसक रूप ले लिया। मंगलवार को बैंक चुनाव प्रक्रिया स्थगित करने से संबंधित एक पत्र वायरल हुआ था, साथ ही मतदाताओं की अंतिम सूची को फाड़े जाने का आरोप भी लगा था। इसके बाद भाजपा के जिलाध्यक्ष सुनील सिंह, सदर विधायक योगेश वर्मा, श्रीनगर विधायक मंजू त्यागी और धौरहरा विधायक विनोद शंकर अवस्थी ने एडीएम से मिलकर निष्पक्ष चुनाव की मांग की थी।

एडीएम ने आश्वासन दिया था कि चुनाव स्थगित नहीं होंगे और पूरी निष्पक्षता से संपन्न कराए जाएंगे। बुधवार सुबह, पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार नामांकन प्रक्रिया शुरू की गई, लेकिन इसी बीच करीब 11 बजे बैंक के प्रधान कार्यालय के पास स्थिति बिगड़ गई।

डॉन बॉस्को कॉलेज वाली गली में सदर विधायक योगेश वर्मा और अवधेश सिंह का सामना हुआ, जहां कुछ कहासुनी के बाद माहौल अचानक हिंसक हो गया। अवधेश सिंह ने सदर विधायक को थप्पड़ मार दिया, जिसके बाद उनके समर्थकों ने भी विधायक पर लात-घूंसे बरसाए। पुलिस बल ने बीच-बचाव कर विधायक को किसी तरह सुरक्षित निकाल लिया, लेकिन घटना ने इलाके में तनाव और भय का माहौल पैदा कर दिया।

इस हिंसक झड़प के बाद से पूरे क्षेत्र में तनाव फैल गया है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बैंक परिसर को छावनी में तब्दील कर दिया गया और कड़ी सुरक्षा के बीच नामांकन प्रक्रिया पूरी कराई गई। पुलिस स्थिति पर नजर बनाए हुए है, लेकिन माहौल अभी भी संवेदनशील बना हुआ है।

लखीमपुर अर्बन कोऑपरेटिव बैंक के चुनाव को लेकर भाजपा के भीतर गहरे मतभेद उभर कर सामने आए हैं। पार्टी के दो गुटों के बीच यह टकराव पार्टी के अंदरूनी कलह को उजागर करता है। इस घटनाक्रम ने बैंक के चुनावी माहौल को और भी विवादास्पद बना दिया है, और देखना होगा कि पार्टी इस मुद्दे को कैसे संभालती है।