रायपुर, 30 अगस्त 2024। जलवायु परिवर्तन आज विश्व की सबसे बड़ी समस्या है, और हमें इसके प्रतिकूल प्रभावों का सामना करने के लिए अधिक सक्षम और तैयार होना होगा, ये उद्गार छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमेन डेका ने 29 अगस्त को मौसम विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला के उद्घाटन के अवसर पर व्यक्त किए।
भारत मौसम विज्ञान विभाग इस वर्ष अपनी सेवाओं का 150वां वर्ष मना रहा है। इस उपलक्ष्य में हितधारकों की एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन न्यू सर्किट हाउस रायपुर के कन्वेंशन हॉल में किया गया, जिसका उद्घाटन राज्यपाल रमेन डेका ने किया।
इस अवसर पर श्री डेका ने विभाग की सेवाओं की सराहना करते हुए कहा कि उनकी अथक सेवाओं के कारण हम प्राकृतिक आपदाओं और जलवायु परिवर्तन से जुड़े जोखिमों का बेहतर तरीके से सामना कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़, फसलों और कृषि पद्धतियों की विविध श्रृंखला वाला एक महत्वपूर्ण कृषि उत्पादक राज्य है, जिसमें बस्तर के पठार से लेकर महानदी बेसिन के उपजाऊ मैदानों और उत्तरी छत्तीसगढ़ के पहाड़ी क्षेत्रों तक की विविधता शामिल है। हमारे किसानों को मौसम की सटीक जानकारी से अत्यधिक सहायता मिलती है, जो छत्तीसगढ़ जैसे कृषि प्रधान राज्य में अत्यंत उपयोगी है।
राज्यपाल ने कहा कि मौसम विभाग के पूर्वानुमानों की सटीकता में निरंतर सुधार हुआ है, जो सुनामी, चक्रवात जैसी आपदाओं के दौरान जान-माल की हानि को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि मौसम का पूर्वानुमान एक आम नागरिक के पारिवारिक समारोह से लेकर कई सामाजिक-आर्थिक क्षेत्रों में उपयोगी साबित हो रहा है।
श्री डेका ने रायपुर में स्थापित मौसम विज्ञान केंद्र के कार्यों की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यह केंद्र राज्य स्तर से लेकर पंचायत स्तर तक मौसम की जानकारी और पूर्वानुमान को प्रसारित करने में अहम भूमिका निभा रहा है। इस केंद्र की सेवाओं का लाभ न केवल किसान बल्कि आपदा प्रबंधन, विमानन, वन संसाधन, शहरी योजना, खनन, परिवहन, स्वास्थ्य, भारतीय वायुसेना, सुरक्षा बल और आम जनता भी उठा रही है।
राज्यपाल ने विश्वास व्यक्त किया कि भारत मौसम विज्ञान विभाग आने वाले वर्षों में अपने मिशन को सफलतापूर्वक पूरा करता रहेगा और देश को मौसम और जलवायु सेवाओं में एक वैश्विक शक्ति बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
कार्यक्रम में भारत मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्रा ने विभाग की गतिविधियों पर प्रकाश डाला। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के कुलपति प्रोफेसर गिरीश चंदेल ने मौसम विभाग के सहयोग से कृषि और किसानों के हित में किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन मौसम विज्ञान केंद्र रायपुर की प्रमुख अधिकारी श्रीमती सामंती सरकार ने दिया।
इस अवसर पर मौसम विज्ञान विभाग के हितधारक, केंद्र और राज्य सरकार के विभिन्न विभागों के अधिकारी, मौसम वैज्ञानिक और विद्यार्थी उपस्थित थे।