रायपुर, 26 अप्रैल 2025। सेवानिवृत्त कर्नल सिद्धार्थ बोस ने पहलगाम, जम्मू-कश्मीर के बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले पर गहरा आक्रोश जताया। साढ़े तीन दशक तक भारतीय सेना में राजस्थान, जम्मू-कश्मीर और चीन सीमा पर सेवा देने वाले कर्नल बोस ने कहा कि यह हमला देश के लिए गंभीर चुनौती है। वे उन लोगों से नाराज हैं जो बिना तथ्यों की जानकारी के अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं।
कर्नल बोस ने भारत सरकार के अब तक के फैसलों पर भी असंतोष जताया। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना अत्यंत सक्षम है। इसे सीमा सुरक्षा के लिए पूर्ण स्वतंत्रता दी जानी चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि सेना के अधिकारियों को उनके क्षेत्र की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी सौंपी जाए। प्रत्येक क्षेत्र में तैनात अफसर की जवाबदेही तय होनी चाहिए। इससे सुरक्षा व्यवस्था मजबूत होगी।
उनका मानना है कि आतंकवाद से निपटने में अब तक का समय काफी हो चुका है। अब निर्णायक कार्रवाई की जरूरत है। कर्नल बोस ने जोर देकर कहा कि छोटे-मोटे आतंकियों को निशाना बनाने से समस्या हल नहीं होगी। आतंकवाद की जड़ पर प्रहार करना जरूरी है। इसके लिए ठोस और रणनीतिक कदम उठाए जाने चाहिए। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि सेना को स्पष्ट दिशा-निर्देश और स्वायत्तता दी जाए।
कर्नल बोस ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लंबे समय से लड़ाई चल रही है। अब इसे समाप्त करने का समय है। उन्होंने सेना की क्षमता पर भरोसा जताया। उनका कहना था कि सही नीति और स्वतंत्रता मिलने पर सेना आतंकवाद को जड़ से उखाड़ सकती है।