प्रतापगढ़, 6 अप्रैल 2025। जूनियर हाई स्कूल बढ़नी की करीब 9 बीघा जमीन को लेकर बड़ा विवाद सामने आया है। स्कूल के उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रताप सिंह ने प्रबंधक रमाकांत शुक्ला पर गंभीर आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हस्तक्षेप की मांग की है। 5 अप्रैल को संपूर्ण समाधान दिवस पर जिलाधिकारी को आवेदन और CM पोर्टल पर शिकायत दर्ज कर राजेंद्र ने खुलासा किया कि रमाकांत शुक्ला ने स्कूल की जमीन को अपनी निजी संपत्ति बताकर बेच दिया, जबकि संविधान के अनुसार यह संपत्ति अध्यक्ष के अधिकार क्षेत्र में है।
राजेंद्र के मुताबिक, 1996 से ओमप्रकाश पांडे स्कूल के सर्वसम्मति से चुने गए अध्यक्ष हैं। उनके कार्यकाल में जनहित के लिए जमीन का कुछ हिस्सा दान किया गया था। गाटा संख्या 9 की 3 बीघा 16 विश्वा जमीन में से 2 बीघा 16 विश्वा 1996 में जय मां दुर्गे समिति को दान दी गई, जहां आज राजा दिनेश सिंह कन्या इंटर कॉलेज चल रहा है।
गाटा संख्या 59 की 2 बीघा जमीन डिग्री कॉलेज या गौशाला के लिए सर्वोदय सद्भावना संस्थान को दी गई। इन दोनों रजिस्ट्री में राजेंद्र और रमाकांत गवाह के तौर पर हस्ताक्षरकर्ता थे। इसके बावजूद, रमाकांत ने कथित तौर पर जाली दस्तावेजों के आधार पर बाकी जमीन को व्यक्तिगत लोगों को बेच दिया।
गिरोह और धमकी का आरोप
राजेंद्र ने आरोप लगाया कि रमाकांत के साथ चार-पांच लोगों का गिरोह सक्रिय है। जब उन्होंने इसका विरोध किया तो उन्हें धमकी दी गई कि अगर स्कूल में रहना है तो हर साल 2 लाख रुपये देने होंगे, वरना जान से हाथ धोना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि यह जमीन उनके दादा उदित नारायण सिंह, जो बढ़नी के पूर्व प्रधान थे, ने 1952 में स्कूल को दान दी थी। अब इस ऐतिहासिक धरोहर को बचाने के लिए वह प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं।
जिलाधिकारी का आश्वासन
राजेंद्र ने मांग की कि बेची गई जमीन स्कूल को वापस दिलाई जाए और भ्रष्टाचार में शामिल लोगों पर सख्त कार्रवाई हो। जिलाधिकारी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पूर्ण जांच और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। यह मामला अब जिले में चर्चा का विषय बन गया है, और लोग प्रशासन के अगले कदम का इंतजार कर रहे हैं।