जशपुर, 18 अप्रैल 2025। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में एसएसपी शशिमोहन सिंह ने सायबर ठगी से बचाने अनोखी पहल की है। उनकी इस पहल को यूनिसेफ ने पंख दिया है। यूनिसेफ के सहयोग से एसएसपी शशिमोहन सिंह ने पुलिसकर्मियों को ट्रेनिंग दिलाकर सायबर फ्राड से बचाने के लिए तैयार किया है।
पुलिस के यह वालंटियर स्कूल और ग्राम पंचायतों में जाकर लोगों को सायबर ठगों से जागरूक रहने की जानकारी देंगे। इस ClickSafe अभियान का शुभारंभ 3 दिसंबर 2024 को कलेक्टर रोहित व्यास और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशिमोहन सिंह ने की थी। पहले चरण में 130 स्वयंसेवकों और 70 पुलिस कर्मियों ने भाग लिया था।
द्वितीय चरण में जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला 14 से 16 अप्रैल 2025 तक आयोजित हुई। कार्यशाला में YLAC संस्था से उपस्थित मास्टर ट्रेनर शुभ्रा और इशिता द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। इसमें जिले से कुल 43 पुलिसेर्मी शामिल रहे।
इन बिंदुओं पर दिया गया प्रशिक्षण
- आधुनिक सायबर अपराधों की प्रकृति
- उनसे निपटने के उपाय
- डिजिटल सुरक्षा तकनीकें
- सायबर पीड़ितों से संवाद की संवेदनशीलता
40 पंचायतों में सायबर योद्धा तैयार
प्रशिक्षण के द्वितीय दिवस में यूनिसेफ राज्य बाल संरक्षण विशेषज्ञ सुश्री चेतना देसाई जी भी मार्गदर्शिका के रूप में सम्मिलित रहीं। समापन समारोह में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
उन्होंने बताया कि जिले की 40 पंचायतों में सायबर योद्धा तैयार किए गए हैं, जो सरपंचों, सचिवों एवं अन्य पंचायत प्रतिनिधियों के साथ मिलकर समुदाय स्तर पर साइबर सुरक्षा जागरूकता का प्रसार करेंगे।
यूनिसेफ के जिला समन्वयक तेजराम सारथी, सायबर सेल से सहायक उप निरीक्षक हरिशंकर राम, यूनिसेफ ब्लाॅक समन्वयक सुश्री शालिनी गुप्ता, जय हो कार्यक्रम के जिला लीडर गुरुदेव प्रसाद सहित पुलिसकर्मी व स्वयंसेवक उपस्थित रहे।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए तथा मास्टर ट्रेनरों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। सायबर योद्धा और पुलिस अधिकारी मिलकर अब ग्राम पंचायतों में जाकर चौपाल करेंगें और सायबर फ्राड से बचाने के लिए लोगों को सचेत करेंगें।