प्रतापगढ़, 6 मार्च 2025। शिक्षा का उजास जब नवाचार से जुड़ता है, तब प्रगति की नई राहें खुलती हैं। इसी सोच के साथ, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, अतरसंड, प्रतापगढ़ में 6 मार्च को एक ऐतिहासिक क्षण साकार हुआ। इस अवसर पर जनपद प्रतापगढ़ के प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों के लिए विशेष रूप से तैयार किए गए प्रशिक्षण मॉड्यूल ‘संप्राप्ति’ का भव्य विमोचन किया गया। यह मॉड्यूल शिक्षकों के लिए एक संबल बनेगा, जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति के नवीन सन्दर्भों और शिक्षकों की वतर्मान आवश्यकताओं के बीच एक सेतु का कार्य करेगा।
विमोचन समारोह की गरिमा
इस ऐतिहासिक अवसर की अध्यक्षता उप शिक्षा निदेशक एवं प्राचार्य रमेश कुमार तिवारी ने की। उन्होंने इस मॉड्यूल के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा, ‘संप्राप्ति’ शिक्षकों के शैक्षिक विकास के लिए एक अनमोल उपहार है। इसे प्रत्येक शिक्षक तक पहुंचाने का हर संभव प्रयास किया जाएगा, ताकि इसका अधिकतम लाभ उठाया जा सके। उनका विश्वास था कि यह मॉड्यूल शिक्षकों की दक्षता में न केवल वृद्धि करेगा, बल्कि शिक्षा के स्तर को भी एक नई ऊँचाई प्रदान करेगा।
एक सर्वेक्षण से उपजा नवाचार
मॉड्यूल के संपादक हिंदी प्रवक्ता अमरेन्द्र कुमार मिश्र ने बताया कि ‘संप्राप्ति’ का निर्माण शिक्षकों की वास्तविक आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए किया गया है। उन्होंने कहा, इस मॉड्यूल के विकास में एक हजार से अधिक शिक्षकों पर किए गए गहन सर्वेक्षण का योगदान है। इससे शिक्षकों की चुनौतियों को समझकर उनके लिए सटीक प्रशिक्षण सामग्री तैयार की गई है। यह मॉड्यूल न केवल शिक्षकों के पेशेवर विकास में सहायक सिद्ध होगा, बल्कि उनके कक्षाओं में शिक्षण प्रक्रिया को अधिक प्रभावी बनाएगा।
मॉड्यूल की सह-संपादक, प्रवक्ता (समाज कार्य) गर्विता ओझा ने इसे शिक्षकों के आत्मविश्वास और दक्षता में वृद्धि करने वाला कदम बताया। उन्होंने कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित शिक्षाविदों और गणमान्य व्यक्तियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा, ‘संप्राप्ति’ केवल एक दस्तावेज नहीं, बल्कि एक संकल्प है, जिसे धरातल पर लागू करके शिक्षा की गुणवत्ता को एक नया आयाम दिया जाएगा।
शिक्षा क्षेत्र में नवाचार की अनूठी पहल
वरिष्ठ प्रवक्ता शिव प्रकाश यादव ने ‘संप्राप्ति’ को डायट, प्रतापगढ़ की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा कि यह मॉड्यूल शिक्षकों की व्यावसायिक दक्षता बढ़ाने के साथ-साथ उन्हें नई शिक्षण विधियों से भी परिचित कराएगा।
इस विशेष आयोजन में डायट के अन्य प्रतिष्ठित प्रवक्ता जितेंद्र कुमार, डॉ. कमल किशोर, डॉ. दुर्गेश कुमार, करुणेश शुक्ला, डॉ. विवेक तिवारी सहित अन्य शिक्षाविद उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन आशुतोष निर्मल (एसआरजी), राजीव कुमार सिंह (एआरपी), डॉ. योगेश प्रताप सिंह (एआरपी), सहायक अध्यापक अभिषेक सिंह और बबलू सोनी ने किया।
शिक्षा में नवाचार का प्रतीक
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के मूल सिद्धांतों को आत्मसात करते हुए, यह मॉड्यूल शिक्षकों के लिए नए अवसरों के द्वार खोलेगा। यह न केवल प्रतापगढ़ के शिक्षकों के लिए एक वरदान सिद्ध होगा, बल्कि पूरे देश में एक उदाहरण बनेगा कि कैसे शिक्षकों के लिए विशेष रूप से विकसित संसाधन उनकी शिक्षण प्रक्रिया को सशक्त बना सकते हैं।
‘संप्राप्ति’ केवल एक मॉड्यूल नहीं, बल्कि शिक्षकों के लिए आत्मनिर्भरता और उत्कृष्टता की नई दिशा है।