नई दिल्ली, 4 जनवरी 2025। भारत व्यापारिक क्षेत्र में ग्लोबल इनोवेशन हब बनेगा। इस दिशा में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) और स्टार्टअप पॉलिसी फोरम (SPF) के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता (MOU) हुआ है। यह फोरम देश की नई पीढ़ी की अग्रणी कंपनियों का प्रतिनिधित्व करता है और भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाता है।
यह समझौता आगामी राष्ट्रीय स्टार्टअप सप्ताह के दौरान 15 और 16 जनवरी 2025 को नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित एक बड़े समारोह का हिस्सा बनेगा। इस दौरान संस्थापक, नीति निर्माता, और वैश्विक निवेशक एक ही मंच पर जुटेंगे, जहां भारतीय स्टार्टअप के लिए नए अवसरों और वैश्विक साझेदारियों पर चर्चा की जाएगी। स्टार्टअप पॉलिसी फोरम और डीपीआईआईटी मिलकर एक इमर्सिव अनुभव कार्यक्रम आयोजित करेंगे, जो वैश्विक निवेशकों को भारतीय नवाचारों का प्रत्यक्ष अनुभव प्रदान करेगा।
स्टार्टअप इंडिया के संयुक्त सचिव संजीव ने इस साझेदारी को एक बड़ा कदम बताते हुए कहा, यह सहयोग भारत को एक वैश्विक नवाचार केंद्र बनाने और स्टार्टअप्स के लिए अनुकूल माहौल तैयार करने की दिशा में हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। स्टार्टअप्स भारत के विकसित राष्ट्र बनने के मिशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
इस साझेदारी का उद्देश्य भारतीय स्टार्टअप्स को अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहचान दिलाना और वैश्विक निवेशकों के साथ संबंध मजबूत करना है। स्टार्टअप पॉलिसी फोरम की अध्यक्ष और सीईओ श्वेता राजपाल कोहली ने इस अवसर पर कहा, यह गठबंधन न केवल भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम को सशक्त करेगा, बल्कि भारत को वैश्विक नवाचार मानचित्र पर भी मजबूती से स्थापित करेगा। हमारा उद्देश्य उद्यमियों को उनकी पूरी क्षमता तक पहुंचने में सक्षम बनाना है।
इस साझेदारी से न केवल भारतीय स्टार्टअप्स को नई ऊंचाइयां छूने का अवसर मिलेगा, बल्कि यह भारत के व्यापारिक और नवाचार के क्षेत्र में वैश्विक उपस्थिति को भी मजबूत करेगा। ऐसे आयोजनों के माध्यम से भारत का उद्देश्य 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने के अपने लक्ष्य को प्राप्त करना है।