रायपुर, 14 अप्रैल 2025। छत्तीसगढ़ के रायपुर के होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. उत्कर्ष त्रिवेदी ने होम्योपैथी के क्षेत्र में नवाचारों के लिए जर्मनी में आयोजित अंतरराष्ट्रीय होम्योपैथी समिट में प्रतिष्ठित सम्मान हासिल किया। यह सम्मान उन्हें होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति में उनके अभिनव शोध और योगदान के लिए प्रदान किया गया।
समिट में विश्व के 100 प्रख्यात चिकित्सकों ने हिस्सा लिया, जिसमें छत्तीसगढ़ से एकमात्र प्रतिनिधि के रूप में डॉ. त्रिवेदी शामिल हुए। यह सम्मान 11 अप्रैल 2025 को होम्योपैथी के जनक डॉ. सैमुअल हनीमैन के जन्मदिवस पर जर्मनी के एक प्रमुख चिकित्सा संगठन द्वारा दिया गया।
इस अवसर पर डॉ. त्रिवेदी को होम्योपैथी की जन्मस्थली कोथेनन जाने का मौका भी मिला। समिट में सीरिया, दुबई, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी सहित कई देशों के चिकित्सकों ने होम्योपैथी में नवाचारों और इसके भविष्य पर विचार-विमर्श किया।
डॉ. त्रिवेदी के नवाचारों ने होम्योपैथी को आधुनिक चिकित्सा के समकक्ष लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनके शोध ने इस पद्धति को और प्रभावी व वैज्ञानिक बनाने में योगदान दिया है। इस सम्मान ने न केवल छत्तीसगढ़, बल्कि भारत में होम्योपैथी चिकित्सा को वैश्विक मंच पर नई पहचान दिलाई है।
डॉ. उत्कर्ष त्रिवेदी ने इस उपलब्धि को अपनी मेहनत और समर्पण का फल बताया। उन्होंने कहा कि वे भविष्य में भी होम्योपैथी के क्षेत्र में शोध और सेवा के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे। रायपुरवासियों और चिकित्सा समुदाय ने उनकी इस उपलब्धि पर गर्व व्यक्त किया है। यह सम्मान होम्योपैथी को और अधिक लोकप्रिय और विश्वसनीय बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।