रायपुर, 10 नवंबर 2024। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में प्रेमनगर वनमंडल के महेशपुर आश्रित गांव चितखई में 9 नवंबर 2024 शनिवार की रात 11 हाथियों के दल ने पंडो जनजाति के दो बच्चों को कुचलकर मार डाला। घटना के समय यह परिवार जंगल में स्थित झोपड़ी में सो रहा था। बताया जा रहा है कि, हाथियों का एक दल अचानक झोपड़ी के पास पहुंचा और उसे तहस-नहस कर दिया। इस घटना में परिवार के दो बच्चे, 11 वर्षीय बिसू पंडो और 5 वर्षीय काजल, हाथियों द्वारा कुचल दिए गए, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
बिखू पंडो अपनी पत्नी और 5 बच्चों के साथ झोपड़ी में सो रहा था, जब हाथियों का दल झोपड़ी तक आ पहुंचा और उसे तोड़ना शुरू कर दिया। बिखू पंडो और उनकी पत्नी तीन बच्चों के साथ किसी तरह भागने में सफल रहे, लेकिन बिसू और काजल गहरी नींद में थे और समय पर बाहर नहीं निकल सके। हाथियों ने झोपड़ी के अंदर मौजूद अनाज को भी नष्ट कर दिया।
घटना की सूचना पाकर वन विभाग के अधिकारी, डीएफओ आरआर पैकरा, फॉरेस्ट एसडीओ अनिल सिंह, और प्रेमनगर रेंजर रामचंद्र प्रजापति मौके पर पहुंचे और शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया।
इस घटना के बाद से ग्रामीणों में डर का माहौल है। बताया जा रहा है कि 11 हाथियों का यह दल उदयपुर क्षेत्र से प्रेमनगर वनक्षेत्र में पहुंचा है और पिछले कई दिनों से इस इलाके में घूम रहा है। वन विभाग की ओर से हाथियों की निगरानी के लिए दल तैनात किया गया है, लेकिन पंडो परिवार को समय पर सतर्क नहीं किया गया, जिसके कारण यह दर्दनाक घटना घटित हो गई।
वन विभाग के अधिकारी अब हाथियों के इस दल पर विशेष नजर रख रहे हैं और ग्रामीणों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। हाथियों के प्रेमनगर के बिरंचीबाबा जंगल में मौजूद होने की जानकारी मिली है, जिससे आसपास के ग्रामीणों को सावधानी बरतने को कहा गया है। ग्रामीणों को सलाह दी गई है कि वे जंगल में प्रवेश करने से बचें और वन विभाग की सूचनाओं का पालन करें।