गौरा (प्रतापगढ़), 6 मार्च 2025। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गौरा के अधीक्षक डॉ. अजय कुमार सिंह के कुशल मार्गदर्शन में आयुष्मान आरोग्य मंदिर सुल्तानपुर में ट्रिपल ए (AAA) बैठक का सफल आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण बैठक में सुपरवाइजर अंकित सिंह की उपस्थिति विशेष रही, जिन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं की कार्यप्रणाली को सुदृढ़ करने हेतु महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए।
स्वास्थ्य सेवाओं के समन्वय पर चर्चा
बैठक में CHO अश्वी अस्थाना सहित सभी आशा कार्यकर्ता और एएनएम मौजूद रहीं। सुपरवाइजर अंकित सिंह ने VAB सूची, VAB की परिभाषा, तथा VAB परिवारों की पहचान और सूचना प्रसार के महत्व पर प्रकाश डाला। साथ ही, उन्होंने सत्र पूर्व आशा कार्यकर्ताओं, आंगनवाड़ी सेविकाओं और स्थानीय प्रभावशाली व्यक्तियों के सहयोग से VAB परिवारों के दौरे पर विशेष बल दिया।
स्वास्थ्य डाटा अपडेट और प्रबंधन पर जोर
इस अवसर पर ANM RCH रजिस्टर में बच्चों और गर्भवती महिलाओं की पूरी जानकारी को अद्यतन करने के निर्देश दिए गए। सी-बैक फॉर्म को ऑफलाइन और ऑनलाइन भरने की प्रक्रिया पर विस्तार से चर्चा हुई।
इसके अलावा, VHSNC (ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण समिति) की बैठकों और अनटाइड फंड की कार्ययोजना के महत्व को रेखांकित किया गया। सुपरवाइजर ने यह भी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि VHIR आशा डायरी के सभी भागों में आवश्यक जानकारियाँ भरी जाएं और आशा कार्यकर्ताओं की नियमित मॉनिटरिंग की जाए।
कुपोषण, कुष्ठ और टीबी अभियान पर विशेष फोकस
बैठक में SAM (गंभीर रूप से कुपोषित) बच्चों की सूची पर गहन चर्चा हुई, जिसमें उनके प्रबंधन और देखभाल के उपायों पर प्रकाश डाला गया। कुष्ठ रोग और टीबी रोग अभियान को सफल बनाने के लिए आवश्यक कदमों पर भी विस्तार से चर्चा की गई।
स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की भूमिका और जवाबदेही
बैठक के दौरान यह निर्देश दिया गया कि सभी आशा कार्यकर्ताओं का वार्षिक रजिस्टर ट्रिपल ए बैठक में ANM, CHO और सुपरवाइजर द्वारा नियमित रूप से जांचा जाए। साथ ही, उन आशा कार्यकर्ताओं की पहचान की जाए, जिन्होंने अब तक रजिस्टर में कार्य अद्यतन नहीं किया है।
बैठक में मौजूद प्रतिभागी
इस अवसर पर सुमन श्रीवास्तव, सुदामा देवी, नीरा श्रीवास्तव, गीता तिवारी, संगीता, इंद्रावती, मधुलिका, रेनू यादव, उपमा देवी, सरोज बिंद समेत कई अन्य स्वास्थ्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
इस बैठक के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं की सुदृढ़ता, सामुदायिक सहभागिता और प्रभावी क्रियान्वयन को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए, जिससे क्षेत्र की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी।