प्रतापगढ़, 1 मार्च 2025। कर्तव्यनिष्ठा, ईमानदारी और अदम्य साहस की मिसाल बने संयुक्त निदेशक अभियोजन हेमंत कुमार मिश्र के सेवानिवृत्ति अवसर पर शनिवार को अधिवक्ताओं द्वारा एक गरिमामयी विदाई समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में न्याय और कानून के क्षेत्र से जुड़े कई वरिष्ठ अधिवक्ता एवं गणमान्यजन उपस्थित रहे।
समारोह में भारतीय भाषा अभियान के संयोजक महेश कुमार गुप्ता, जूनियर बार एसोसिएशन पुरातन के पूर्व महामंत्री जयप्रकाश मिश्र (जेपी), अधिवक्ता परिषद के महामंत्री शिवेश शुक्ल, अधिवक्ता परमानंद मिश्र एवं अनुराग मिश्रा सहित अन्य अधिवक्ताओं ने श्री मिश्र को अंगवस्त्र और अधिवक्ता परिषद की ‘न्याय प्रवाह’ पत्रिका भेंट कर सम्मानित किया।
साहस, ईमानदारी और कर्तव्य परायणता की पहचान
इस अवसर पर उपस्थित अधिवक्ताओं ने हेमंत कुमार मिश्र के कायर्काल के अपने अनुभव साझा किए और उन्हें एक साहसी, ईमानदार और कर्मठ अधिकारी बताया, जो प्रतिकूल परिस्थितियों में भी कभी विचलित नहीं हुए। उन्होंने अपने पूरे कायर्काल में न्याय की प्रतिष्ठा बनाए रखी और कानून के प्रति उनकी निष्ठा अनुकरणीय रही।
भावनाओं से भरा विदाई क्षण
संयुक्त निदेशक अभियोजन हेमंत कुमार मिश्र ने अपने विदाई भाषण में सभी अधिवक्ताओं और सहयोगियों का आभार प्रकट किया। उनकी आंखों में बीते वर्षों की यादें और जुड़ाव की भावनाएं स्पष्ट झलक रही थीं। उन्होंने कहा कि कानून और न्याय की सेवा उनके लिए केवल एक दायित्व नहीं, बल्कि एक मिशन था, जिसे उन्होंने पूरी निष्ठा से निभाने का प्रयास किया।
इस अवसर पर महेश कुमार, अनुराग त्रिपाठी, राहुल, भारत लाल, सतीश दुबे सहित कई अधिवक्ताओं ने सामूहिक रूप से अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और मिश्र जी के स्वस्थ और सुखद भविष्य की मंगलकामना की।