छत्तीसगढ़ की हीराबाई को मिलेगा राष्ट्रीय हस्तशिल्प पुरस्कार

छत्तीसगढ़ की हीराबाई को मिलेगा राष्ट्रीय हस्तशिल्प पुरस्कार

Chhattisgarh

रायपुर, 4 सितंबर 2024। छत्तीसगढ़ की प्रख्यात शिल्पकार, हीराबाई झरेका बघेल को हस्तशिल्प क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए 2023 के राष्ट्रीय हस्तशिल्प पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है। यह प्रतिष्ठित पुरस्कार भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय के तहत विकास आयुक्त, हस्तशिल्प कार्यालय द्वारा प्रदान किया जाता है।

हीराबाई झरेका बघेल ढोकरा बेलमेटल शिल्प की एक जानी-मानी शिल्पकार हैं, जिनकी कला ने न केवल छत्तीसगढ़, बल्कि पूरे देश में पहचान बनाई है। अधिसूचना के अनुसार, इस वर्ष पाँच शिल्प गुरुओं को राष्ट्रीय हस्तशिल्प पुरस्कार 2023 के लिए चयनित किया गया है।

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री, विष्णु देव ने हीराबाई झरेका बघेल को इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए चयनित होने पर बधाई दी और कहा कि उन्होंने राज्य का गौरव बढ़ाया है। मुख्यमंत्री ने उनके उत्कृष्ट योगदान और कला के प्रति समर्पण की सराहना की।

श्रीमती बघेल का संबंध सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के वनांचल ग्राम पंचायत बैगीनडीह से है। उन्होंने अपनी ढोकरा बेलमेटल कला से पहले भी कई बार राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर पहचान बनाई है। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा उन्हें वर्ष 2011-12 में इस कला के क्षेत्र में पुरस्कृत किया जा चुका है। उनके पति, मिनकेतन बघेल को भी वर्ष 2006-07 में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा सम्मानित किया गया था।

पुरस्कार के लिए चयनित होने पर श्रीमती हीराबाई झरेका बघेल ने कहा, मेरे पिता, भुलाऊ झरेका, और मेरे पति ही मेरी प्रेरणास्रोत रहे हैं। उन्होंने मुझे ढोकरा बेलमेटल कला सिखाई और आगे बढ़ने के लिए निरंतर प्रेरित और प्रोत्साहित किया।